नई दिल्ली: भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) दौरे की शुरुआत सेंचुरियन में शानदार जीत के साथ की थी. तीन टेस्ट मैंचों की सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से आगे थी. हालांकि जोहानिसबर्ग टेस्ट में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में केएल राहुल को कप्तानी दी गई.
इस मैच में मेजबान टीम ने वापसी की और सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ले आए. जोहानिसबर्ग में टीम इंडिया की हार के बाद राहुल की कप्तानी पर सवाल उठाए गए. ऐसे में केपटाउन के निर्णायक टेस्ट से पहले पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने उन्हें अहम सलाह दी है.
टेस्ट सीरीज के लिए दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा को टीम का उपकप्तान चुना गया था. हालांकि वह चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए जिसके बाद यह जिम्मेदारी केएल राहुल को दी गई. हालांकि जोहानिसबर्ग टेस्ट में टीम इंडिया की हार के बाद फैंस बीसीसीआई के इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं कि रहाणे की मौजूदगी में राहुल को कप्तानी क्यों दी गई. ऐसे में केपटाउन टेस्ट में राहुल पर दबाव होना लाजमी है.
टीम इंडिया को खली कोहली की कमी
गौतम गंभीर ने टीम ने दूसरे टेस्ट में विराट कोहली को काफी मिस किया. गंभीर ने कहा, ‘बल्लेबाजी में देखें तो बेशक विराट कोहली की कमी दिखाई दी. स्टीव स्मिथ, जो रूट, केन विलियमसन और रोहित शर्मा ये ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके न होने पर उनकी कमी आपको खलती है. इनके विकल्प ढूंढना आसान नहीं है, भले ही यह खिलाड़ी कितने ही खराब फॉर्म में हो.
वहीं कप्तान के तौर पर भी हमें विराट कोहली की कमी खली क्योंकि वो काफी अनुभवी हैं और अनुभवी खिलाड़ियों के लिए चीजें आसान हो जाती हैं. लेकिन केएल राहुल की बात करें तो वो जितना समय बिताएंगे उतना ही ज्यादा सीखेंगे. जितना जल्दी वो सीखेंगे उनके लिए उतना ही अच्छा होगा. ये वनडे और टी20 की कप्तानी नहीं है जो आपके लिए आसान होगी. टेस्ट क्रिकेट में आपको विकेट खरीदने होते हैं और कभी-कभी आपको गैम्बल भी खेलना पड़ता है.’
राहुल के पास ऐतिहासिक जीत का मौका
केएल राहुल के पास मौका है कि वह ऐतिहासिक जीत हासिल करे. टीम इंडिया आज तक साउथ अफ्रीका में कोई भी सीरीज नहीं जीती है. केपटाउन टेस्ट में जीत से टीम एक नया रिकॉर्ड कायम कर सकती है. हालांकि यह इतना आसान नहीं होने वाला है. इस मैदान पर तेज गेंदबाजों का अहम रोल होगा. केएल राहुल कैसे उनका इस्तेमाल करते हैं इस पर काफी कुछ निर्भर करेगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved