नई दिल्ली: भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) ने अगले 5-10 सालों में बड़े निवेश की तैयारी की है. इसके तहत अडानी ग्रुप (Adani Group) ग्रीन एनर्जी, डाटा सेंटर, एयरपोर्ट्स से लेकर हेल्थकेयर सेक्टर में करीब 150 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करेगा. समूह के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगेशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने इस प्लान का ब्योरा शेयर किया है.
बीते 10 अक्टूबर को वेंचुरा सिक्योरिटीज लिमिटेड की इन्वेस्टर्स मीट में अडानी ग्रुप के सीएफओ ने इन योजनाओं का खुलासा किया. इस दौरान रॉबी सिंह ने गौतम अडानी के बड़े सपने के बारे में बात करते हुए कहा कि Adani Group का लक्ष्य 1 ट्रिलियन डॉलर वैल्यू वाली वैश्विक कंपनियों की लिस्ट में शामिल होने का है.
अडानी ग्रुप के आगे के प्लान (Adani Group Plan) और निवेश के बारे में जानकारी देते हुए सीएफओ रॉबी सिंह ने कहा कि अगले 5-10 साल में ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) बिजनेस में 50 से 70 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा. इसके अलावा ग्रीन एनर्जी (Green Energy) के क्षेत्र में भी भारी-भरकम 23 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करने का प्लान तैयार किया गया है. इसके साथ ही कंपनी पेट्रोरसायन, इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर समेत अन्य सेक्टर में भी बड़ा निवेश करेगा.
उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन (Electricity Transmission) में 7 अरब डॉलर, ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी (Transport Utility) में 12 अरब डॉलर और रोड सेक्टर में 5 अरब डॉलर का निवेश करेगा. इसके अलावा अडानी ग्रुप क्लाउड सर्विस में एंट्री करते हुए डाटा सेंटर बिजनेस में Edge ConneX की पार्टनरशिप में करीब 6.5 अरब डॉलर का इन्वेस्ट करने की तैयारी कर रहा है.
अडानी समूह ने एयरपोर्ट्स के लिए 9-10 अरब डॉलर के साथ ही सीमेंट क्षेत्र में कारोबार विस्तार के मकसद से 10 अरब डॉलर का निवेश करने का प्लान तैयार किया है. प्लान के तहत गौतम अडानी के नेतृत्व वाला ग्रुप पेट्रोकेमिकल बिजनेस 2 अरब डॉलर और कॉपर सेक्टर में 1 अरब डॉलर का निवेश करेगा. वहीं हेल्थ सर्विस सेक्टर के तहत बीमा, अस्पताल और डायग्नॉस्टिक और फार्मा में 7 से 10 अरब डॉलर इन्वेस्ट किया जाएगा.
पीटीआई के मुताबिक, अडानी समूह ने बीते कुछ सालों में जोरदार वृद्धि हासिल की है. इसमें बताया गया कि अडानी ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Adani Group MCap) साल 2015 में महज 16 अरब डॉलर था. लेकिन सात साल में यानी साल 2022 तक आते-आते यह 16 गुना बढ़कर 260 अरब डॉलर पर पहुंच गया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved