नई दिल्ली। देश की एक और कंपनी अडानी ग्रुप (Adani Group) की झोली में गिर में गई है. अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर (Adani Power) ने कर्ज के बोझ तले दबी डीबी पावर लिमिटेड (DB Power) को खरीदने का ऐलान किया है. इस अधिग्रहण के साथ अडानी पावर का लक्ष्य राज्य में ताप विद्युत क्षेत्र में अपने कारोबार का विस्तार करना है. डीबी पावर के पास छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में 600 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट की दो इकाइयों का मालिकाना हक है. यही थर्मल पावर प्लांट (thermal power plants) की यूनिट का संचालन भी करता है. डिलिजेंट पावर (DPPL) डीबी पावर की होल्डिंग कंपनी है.
ईंधन के लिए कोल इंडिया से करार
अडानी पावर के इस अधिग्रहण की एमओयू की प्रारंभिक अवधि 31 अक्टूबर, 2022 तक होगी. लेकिन आपसी समझौते पर इसे और बढ़ाया जा सकता है. कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में इस बात का खुलासा किया है. अडानी पावर ने शेयर बाजार दी गई जानकारी में बताया कि कंपनी के पास 923.5 मेगावॉट क्षमता को लेकर दीर्घकालीन और मध्यावधि बिजली खरीद समझौता है. साथ ही ईंधन की आपूर्ति के लिए कोल इंडिया लिमिटेड के साथ करार है और कंपनी लाभ में है.
अडानी पावर के शेयर में जबरदस्त उछाल
इस बीच सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को अडानी पावर के शेयर में तेजी देखने को मिली. अडानी पावर का शेयर 2.88 फीसदी की तेजी के साथ 410.90 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक महीने के आंकड़े को देखें, तो अडानी पावर के शेयरों में 35 फीसदी की तेजी आई है. इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 1.60 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है. अडानी पावर ने अब मार्केट कैप (Adani Power Market Cap) के हिसाब से सरकारी कंपनी एनटीपीसी (NTPC MCap) को भी पीछे छोड़ दिया है.
अडानी पावर ने अपने इन्वेस्टर्स को लगातार मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Return) दिया है. पिछले पांच दिनों के दौरान इसने करीब 15 फीसदी की छलांग लगाई है. पिछले एक महीने के दौरान अडानी पावर के स्टॉक का भाव 35 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है. इसी तरह पिछले छह महीने में इसने करीब 240 फीसदी की छलाग लगाई है.
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