नई दिल्ली (New Delhi) । अडानी ग्रुप (Adani Group) गुजरात के कच्छ के रण यानी यहां रेगिस्तान में दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी पार्क (ग्रीन एनर्जी पार्क ) स्थापित कर रहा है। यह पार्क 726 वर्ग किलो मीटर के विशाल भूभाग को कवर करेगा। गौतम अडानी (Gautam Adani) ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लैटफर्म एक्स पर एक पोस्ट में जानकरी देते हुए कहा कि यह दो करोड़ से अधिक घरों को बिजली देने के लिए 30 गीगावॉट बिजली का उत्पादन करेगा।
अंतरिक्ष से भी नजर आता है पार्क
गौतम अदानी पोस्ट ने कहा, “रिन्यूबल एनर्जी के क्षेत्र में भारत की प्रभावशाली प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर गर्व है, क्योंकि हम दुनिया के सबसे बड़े ग्रीन एनर्जी पार्क का निर्माण कर रहे हैं। चुनौतीपूर्ण रण रेगिस्तान में 726 वर्ग किमी को कवर करने वाली यह स्मारकीय परियोजना अंतरिक्ष से भी दिखाई देती है। हम 20 मिलियन से अधिक घरों को बिजली देने के लिए 30 गीगावॉट उत्पन्न करेंगे।”
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा है, “इसके अलावा, यहां से केवल 150 किमी दूर हमारी कर्मभूमि मुंद्रा में हम सौर और पवन ऊर्जा के लिए दुनिया के सबसे व्यापक और इंटीग्रेटेड रिन्यूबल एनर्जी इकोसिस्टम में से एक का निर्माण कर रहे हैं। यह टिकाऊ ऊर्जा की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो हमारी सौर गठबंधन और आत्मनिर्भर भारत पहल प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।”
Proud to play a crucial role in India's impressive strides in renewable energy as we build the world's largest green energy park. This monumental project, covering 726 sq km in the challenging Rann desert, is visible even from space. We will generate 30GW to power over 20 million… pic.twitter.com/FMIe8ln7Gn
— Gautam Adani (@gautam_adani) December 7, 2023
अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने एक्स पोस्ट पर कुछ तस्वीरें भी साझा कीं। अडानी ग्रुप की इस परियोजना से भारत की हरित ऊर्जा क्षमता में वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके अलावा सीओपी में किए गए जलवायु कार्रवाई के वादे तक पहुंचने में भी मदद मिलेगी।
भारत 2021 में आयोजित COP26 में एक महत्वाकांक्षी “पंचामृत” प्रतिज्ञा के लिए प्रतिबद्ध है। इनमें 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म बिजली क्षमता तक पहुंचना, नवीकरणीय ऊर्जा से सभी ऊर्जा आवश्यकताओं का आधा हिस्सा पैदा करना और 2030 तक उत्सर्जन में 1 बिलियन टन की कमी करना शामिल है।
भारत का लक्ष्य : 2030 तक भारत अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी में 45% से अधिक की कमी लाएगा। जबकि, 2070 तक भारत ‘नेट जीरो’ का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
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