नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) में मंगलवार को भले तेजी रही लेकिन 2022 में यह 9 फीसदी तक लुढ़क चुका है। वहीं, इस अवधि में गौतम अडानी (gautam adani) की दौलत ना सिर्फ 25 बिलियन डॉलर से ज्यादा बढ़ी बल्कि वह एशिया के सबसे रईस अरबपति भी बन गए। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स (Billionaire Index) के आंकड़ों के मुताबिक 59 वर्षीय अडानी की दौलत 102 बिलियन डॉलर है। साल दर दिन के आधार पर देखें तो दौलत 25.5 अरब डॉलर (करीब 1.96 लाख करोड़ रुपये) बढ़ी है। वहीं, 31 दिसंबर के 76.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मुकाबले 33.4 प्रतिशत अधिक है।
आपको बता दें कि 26 अप्रैल को अडानी की दौलत 125 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी। यही नहीं, इस साल गौतम अडानी की 7वीं कंपनी अडानी विल्मर शेयर बाजार (adani wilmar stock exchange) में लिस्टेड हुई है। अडानी विल्मर के अलावा अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट, अडानी ग्रीन, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी टोटल और अडानी पावर शामिल हैं।
अडानी ग्रुप की 3 कंपनियों को निवेश: इस बीच, अबुधाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (आईएचसी) ने अडानी समूह की तीन कंपनियों में प्राथमिक पूंजी के तौर पर 15,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। ग्रुप ने कहा-अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में आईएचसी ने यह निवेश किया है। एईएल में सर्वाधिक 7,700 करोड़ रुपये और एजीईएल एवं एटीएल दोनों में 3,850-3,850 करोड़ रुपये का निवेश पूरा हो गया है। हालांकि, अडानी समूह ने यह नहीं बताया है कि इस निवेश के बदले में आईएचसी को इन तीनों कंपनियों में कितनी हिस्सेदारी मिलने वाली है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved