रीवा /भाेपाल . विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम अपने पांचवें दिन के जनसंपर्क साइकिल यात्रा के दौरान अमिरती, कैछुआ, बहुती एवं सुमेदाकला में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए ग्रामीणों को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को देवतालाब में आयोजित जन कुंभ में सभी ग्रामीण आयें और अपने क्षेत्र की विकास की बाते रखें। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नईगढ़ी में शीघ्र ही गौ-अभ्यारण्य, कृषि उपज मंडी और 3 हजार एकड़ क्षेत्र में सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आमजन एवं ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करने तथा उनसे सीधा संवाद करने के लिए मैं साइकिल यात्रा कर रहा हूं। विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने अपने पांचवें दिन के जनसंपर्क साइकिल यात्रा के दौरान जोरौट, पहरखा, करही, खटखरी, अमिरती, कैछुआ, बहुती, सुमेदाकला, पथरौड़ा एवं लालगंज में आमजन से सीधा संवाद किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने पांचवें दिन के साइकिल यात्रा के दौरान जोरौट की उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने हितग्राहियों को मिलने वाले खाद्यान्न की मात्रा की तौल अपने सामने करायी तथा आमजन से खाद्यान्न उपलब्धता की जानकारी ली। उपस्थित लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि सही समय पर महीने में नियत मात्रा में खाद्यान्न मिल रहा है। विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय खटखरी में छात्रों से पठन-पाठन के विषय में पूंछतांछ की। उन्होंने ब्लैक बोर्ड के माध्यम से विद्यार्थियों को आवश्यक जानकारी दी तथा सामान्य अध्ययन के बारे में बताया। जोरौट में विधानसभा अध्यक्ष ने भजन मंडली के साथ सुमधुर स्वर में वाद्य बजाकर भजन गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने अमिरती ग्राम में साइकिल यात्रा के दौरान जनसभा में डॉ. अभयराज त्रिपाठी द्वारा बघेली में लिखी गयी किताब “शहीद कई चिता” का विमोचन कर कहा कि शहीद केदारनाथ का नाम आज के नवयुवक भूल गये हैं जबकि उनका स्वतंत्रता प्राप्ति में अतुलनीय योगदान था। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान दूसरी तरफ है इसलिए हमारे नवयुवक स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस जैसे नायकों के नाम भूलते जा रहे हैं। इस पुस्तक के माध्यम से शहीद केदारनाथ का स्वतंत्रता प्राप्ति में योगदान की जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव से आज हम अपनी परंपरा, संस्कृति एवं इतिहास को भूलते जा रहे हैं जबकि आवश्यकता है कि हमें अपनी परंपरा, संस्कृति एवं इतिहास को बचाये रखना होगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में पौधरोपण अभियान चलाया जाता है और देखरेख के अभाव में पौधे सूख जाते हैं जबकि पूर्व में हमारे पूर्वज फलों के बगीचे लगाते थे और फलों के पेड़ों से तब तक फल नहीं खाते थे जब तक की पेड़ों का बरूआ एवं शादी न कर लें। इसका अर्थ है कि हमारे पूर्वज पेड़ों को अपने पुत्र के बराबर सम्मान देते थे। इसीलिए उस समय पर्यावरण प्रदूषण जैसी कोई समस्या नहीं थी। उन्होंने कहा कि लोगों से जीवंत संपर्क बनाये रखना आवश्यक है आज फेसबुक का जमाना है लोग एक दूसरे के घर नहीं जाते फेसबुक, व्हाट्सप एवं ट्वीटर से बात करते हैं। सोशल मीडिया के स्थान पर एक दूसरे से जीवंत संपर्क बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अपने साइकिल यात्रा के दौरान आज पांचवें दिन तक 55 हजार से अधिक लोगों से जीवंत संपर्क कर उनकी समस्याओं एवं कठिनाईयों से रूबरू हुआ और उन कठिनाईयों को दूर किया। उन्होंने बहुती में कहा कि ग्राम पंचायत में गेट का निर्माण हैण्डपंप की स्थापना शीघ्र की जायेगी।