नई दिल्लीं। आपने घरों में गैंस सिलेंडर (Gas cylinder) तो देखे हैं लेकिन क्या आपने गैस सिलेंडर(Gas cylinder) के हत्थे की किसी पट्टी पर लिखे हुए एक कोड (code) पर ध्यान दिया है। हर सिलेंडर पर एक अलग कोड अंकित होता है। लेकिन इन कोड्स का मतलब क्या है? आइए हम बताते हैं आखिर इस कोर्ड (code) के क्या मायने हैं। दरअसल, इनका संबंध आपकी सुरक्षा से है।
दर्ज एबीसीडी(ABCD) का मतलब समझिए
दरअलस, सिलेंडर पर लिखे इन कोड्स में अंग्रेजी के चार अक्षर का इस्तेमाल किए जाते हैं। ये एबीसीडी(ABCD) होते हैं। इनका संबंध महीने से होता है। ए (A) का इस्तेमाल जनवरी, फरवरी और मार्च के लिए किया जाता है। वहीं, बी (B) का अप्रैल, मई और जून के लिए और सी (C) का जुलाई, अगस्त और सितंबर के लिए और ठीक इसी तरीके से डी (D) का इस्तेमाल अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के लिए किया जाता है। अंग्रेजी के अक्षरों के बाद आने वाले अंकों का मतलब उस साल से होता है, जिसमें उनकी टेस्टिंग(testing) होनी वाली होती है। ऐसे समझिए कि आपके गैस पर बी-30 कोड(B-30 code) लिखा है। इसका मतलब इस गैस सिलेंडर (Gas cylinder) की टेस्टिंग, साल 2030 के अप्रैल, मई और जून में की जाएगी। अगर टेस्टिंग(testing) का डेट निकल गया है, तो समझिए सिलेंडर आपके लिए काफी खतरनाक है।
बता दें कि भारत में बनने वाले गैस सिलेंडर (Gas cylinder) के लिए बीआईएस (bis) 3196 मानक का पालान किया जाता है। इसके तहत बने गैस सिलेंडर की लाइफ 15 साल होती है। ऐसे में किसी भी गैस सिलेंडर की दो बार टेस्टिंग (testing) की जाती है। पहले टेस्टिंग 10 साल पर होती है। इसके बाद दूसरी टेस्टिंग (testing) 5 साल बाद होती है।
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