खाने में अदरक-लहसुन का पेस्ट स्वाद को दोगुना कर देता है। गॉर्लिक नान हो या गॉर्लिक ब्रेड हर एक में ये बेहद लाजवाब लगता है। यहां तक कि फीकी दाल का स्वाद महज लहसुन के तड़के से बढ़ाया जा सकता है लेकिन क्या आप जानते हैं लहुसन कई सारी बीमारियों से लड़ने और बचाव में भी बेहद कारगर है। जी हां, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लेकर फंगल इंफेक्शन तक को दूर रखता है लहसुन का सेवन।
फंगल इंफेक्शन से लड़ने में कारगर
अगर आपको बार-बार फंगल इंफेक्शन की प्रॉब्लम होती है तो कच्चे लहसुन का सेवन शुरू करें। ऐसा इसलिए क्योंकि लहसुन में एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो फंगल इंफेक्शन से लड़ने में कारगर होते हैं। रोजाना सुबह कच्चे लहसुन की एक से दो कलियां खाएं।
दांत दर्द में आराम
लहसुन में पाए जाने वाला एलिसिन बैक्टीरिया संक्रमण को रोकता है। खराब बैक्टीरिया को खत्म करके अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है जिससे मसूड़ों की बीमारी दूर होती है। यहां तक कि बहुत तेज दांत दर्द में भी आराम पहुंचाता है लहसुन। बस लहसुन का तेल या लहसुन का एक टुकड़ा दांत पर लगाएं।
कैंसर की संभावना करें कम
लहसुन पेट, कोलन, गैस्ट्रिक के साथ अन्य दूसरे तरह के कैंसर की संभावनाओं को भी कम करता है। लहसुन में कैंसर रोधी तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एलिसिन एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। जो खासतौर से बैक्टीरिया, वायरस को नष्ट करने का काम करता है।
गठिया दर्द को करता है कम
इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के कारण होने वाली सूजन और जोड़ों के दर्द से आराम दिलाता है। रुमेटाइड गठिया के इलाज में तो ये खासतौर से फायदेमंद होता है। बस रोजाना खाली पेट इसके सेवन करें।
हाई बीपी करें कंट्रोल
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आम नहीं है इसलिए इसे हल्के में लेने की गलती न करें। दवाइयों के साथ रोजाना खाली पेट लहुसन की कलियां खाने से ब्लड प्रेशर को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि इसे खाना आसान नहीं होता लेकिन इसे गुनगुने पानी के साथ खाएं या खाने के बाद एक गिलास दूध पी सकते हैं।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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