डेस्क: गैंगस्टर अनिल दुजाना यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया. कुछ दिनों पहले यूपी के टॉप 65 माफियाओं की लिस्ट यूपी सरकार के कार्यालय से जारी की गई थी. इसमें ग्रेटर नोएडा के अनिल दुजाना का नाम भी शामिल था. कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना पिछले काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, लेकिन कुछ समय पहले वह जमानत पर बाहर आ गया.
जेल से बाहर आकर दी थी धमकी
जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने जयचंद प्रधान मर्डर केस में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी. इसके बाद उच्च अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए. दुजाना की गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस की स्पेशल सेल टीम और एसटीएफ टीम लगी हुई थी. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान 7 टीमों ने 20 से भी ज्यादा स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी.
यूपी समेत कई राज्यों केस दर्ज थे
अनिल दुजाना पर यूपी समेत अन्य राज्यों में लगभग 50 हत्या, रंगदारी, फिरौती आदि के केस दर्ज हैं. बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था. सत्तर और अस्सी के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी. इसी दुजाना गांव का है अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना. पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ.
यूपी में बदमाशों का एनकाउंटर जारी
यूपी में हुए एनकाउंटर में अब गैंगस्टर अनिल दुजाना का नाम भी जुड़ गया. अप्रैल में उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद और उसके सहयोगी गुलाम दोनों एनकाउंटर में मारे गए. इस एनकाउंटर के बाद यूपी में सियासी बयानबाजी देखने को मिली थी.
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