नई दिल्ली । गंगापुत्र नरेंद्र मोदी की सरकार (Gangaputra Narendra Modi’s Government) ने डाकघर से मिलने वाले (Received from Post Office) गंगाजल पर (On Ganga Water) 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है (Has Imposed 18 Percent GST) मतलब….पहले 30 रुपए में मिलने वाली 250 एमएल की बोतल के लिए अब 35 रुपये देने होंगे। याद रहे, केंद्र सरकार की गंगाजल आपके द्वार योजना 2016 में शुरू हुई थी। जिसका उद्देश्य लोगों को आसानी से गंगाजल उपलब्ध कराना और डाकघरों की आय बढ़ाना था।
खबरों की मानें तो…. शुरुआत में ऋषिकेश और गंगोत्री से आने वाली 200 और 500 मिलीलीटर गंगाजल की कीमत क्रमशः 28 और 38 रुपये थी, तो वर्तमान में डाक विभाग गंगोत्री के गंगाजल की 250 एमएल की बोतल उपलब्ध करा रहा था। जिसकी कीमत 30 रुपए थी, लेकिन 18 प्रतिशत जीएसटी लगने के बाद अब इसकी कीमत 35 रुपये हो गई है।
अब गंगाजल ऑनलाइन मंगाने पर एक बोतल 125 रुपए की पड़ेगी, क्योंकि…. भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट से अगर आप गंगाजल खरीदते हैं तो स्पीड पोस्ट चार्ज के साथ गंगोत्री के गंगाजल की 250 एमएल की एक बोतल 125 रुपए, दो बोतल 210 रुपए और चार बोतल 345 रुपए में मिलेंगी, यह गंगाजल डाकिया घर तक पहुंचाएगा।
खबरें यह भी हैं कि इस योजना के तहत डाक विभाग पहले गंगोत्री और ऋषिकेश का जल उपलब्ध कराता था, लेकिन विगत कुछ वर्षों से केवल गंगोत्री का जल ही उपलब्ध कराया जा रहा है। हालांकि गंगा का उद्गम स्थल होने के कारण इसे सबसे शुद्ध गंगाजल समझा जाता है। सियासी सयानों का मानना है कि हिन्दू धर्म में गंगाजल को धार्मिक अनुष्ठान में स्वर्ण का दर्जा प्राप्त है, जो श्रद्धालु धार्मिक यात्राओं में जाते हैं, वे गंगाजल अपने साथ लेकर आते हैं। पूजा घर में रखते हैं एवं गंगाजल समारोह का भव्य आयोजन भी करते हैं, ऐसे में गंगाजल पर जीएसटी लगाना धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाला कदम है।
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