ऋषिकेश (Rishikesh) । मॉनसून (Monsoon) में आसमान से जमकर बारिश (Rain) हो रही है। पर्वतीय इलाकों में बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मॉनसून सीजन में पहली बार गंगा नदी (Ganga River) का जलस्तर चेतावनी निशान के पार पहुंच गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रशासन की ओर से बाढ़ के खतरे को देखते हुए पहले ही तैयारी पूरी कर ली गई है। यूपी के मैदानी शहरों में भी सतर्क जारी किया गया है।
पहाड़ों में भारी बारिश के बीच टिहरी और श्रीनगर बांध से शुक्रवार को पानी छोड़े जाने से ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान को पार कर गया। अत्यधिक पानी बढ़ने से गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान 339.50 मीटर पार कर 13 सेंटीमीटर ऊपर चला गया। शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर 339.63 मीटर रिकॉर्ड किया गया।
ऐसे में खतरे के निशान 340.50 मीटर से गंगा महज 87 सेंटीमीटर नीचे बह रहीं हैं। गंगा के जलस्तर पर लगातार इजाफा हो रहा है। गंगा के चेतावनी निशान से ऊपर बहते ही प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिसकर्मी और सुरक्षा एजेंसी के जवान गंगाघाटों और तटों पर पहुंचे। उन्होंने मुनादी कर लोगों को गंगा से दूर रहने की चेतावनी दी।
शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा तक पहुंचा। इसके बाद पानी बढ़ते हुए चेतावनी निशान से भी 13 सेंटीमीटर ऊपर आ गया। गंगा के उफान में त्रिवेणीघाट, नावघाट, पूर्णानंदघाट, शत्रुघ्न घाट, परमार्थ घाट समेत तट पानी से लबालब हो गए। घाटों पर होते गंगा की तेज बहाव को लेकर पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य राहत-बचाव एजेंसी के कर्मचारी पहुंचे।
उन्होंने लाउडस्पीकर के माध्यम से एनाउंसमेंट कर लोगों को चेतावनी दी। गंगा स्नान कर रहे लोगों को घाटों से दूर रहने के लिए कहा। गंगा के बढ़ते जलस्तर से तटीय इलाकों पर बसे लोग भी सहम गए। केंद्रीय जल आयोग अवर अभियंता विभांशु त्रिपाठी ने बताया कि गंगा के जलस्तर की पलपल की अपडेट संबंधित महकमों को दी जा रही है। अभी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है।
दिन ढलने के बाद घटना शुरू हुआ जलस्तर
शुक्रवार को दोपहर से लेकर शाम तक गंगा का जलस्तर बढ़ा रहा है, जिससे गंगा स्नान को पहुंचे श्रद्धालुओं को दिक्कतें पेश आई। दिन ढलने के बाद गंगा के जलस्तर घटना शुरू हुआ। एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि बांधों से पानी छोड़ने के चलते पानी बढ़ा था, लेकिन अब धीरे-धीरे यह घटना शुरू हो गया है। बावजूद, मानसून के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के सख्त निर्देश दिए हैं।
सहायक नदियों में भी बढ़ा पानी
गंगा की सहायक नदियों सौंग, सुसवा और चंद्रभागा में भी शुक्रवार को पानी बढ़ा रहा। सौंग के उफान से रायवाला क्षेत्र में तटों पर बसे गांव साहबनगर, गौहरीमाफी और ठाकुरपुर आदि के ग्रामीण परेशान दिखे। जबकि, सुसवा में भी बरसाती पानी आने से प्रतीतनगर के लोग सहमे रहे। चंद्रभागा में पानी कम रहा है, लेकिन तटों पर बसे लोग गंगा का उफान देख चंद्रभागा का भी जलस्तर बढ़ने को लेकर चिंतित नजर आए।
गंगा का जलस्तर
चेतावनी निशान – 339.50 मीटर
शुक्रवार को जलस्तर- 339.63 मीटर
खतरे का निशान- 340.50 मीटर
गंगा के जलस्तर बढ़ने को लेकर पहले ही पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों को अलर्ट जारी कर दिया गया था। बताया कि हर स्थिति से निपटने के लिए विभागीय अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल गंगा का जलस्तर बढ़ने से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
– कुमकुम जोशी, एसडीएम, ऋषिकेश
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