इंदौर। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के हाथ एक ऐसा गिरोह (Gangs) लगा है, जिसने हरियाणा (Haryana) में रहने वाली एक महिला के इंदौर के प्लांट को फर्जी तरीके (Fake Method) से कागजात तैयार कर बेचने की योजना बना ली थी। गनीमत रही कि समय पर पता चल गया और महिला की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई कर दी। आशंका है कि इस गिरोह ने ऐसी और भी वारदातें की होंगी।
क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर (Guruprasad Parashar) ने बताया कि प्रेम नगर माणिकबाग रोड (Manikbagh Road) की रहने वाली संगीता दवे फिलहाल गुडग़ांव (हरियाणा) में रहती है। उसने शिकायत की थी कि उसके इंदौर स्थित निवास के पते पर एक आधार विभाग भारत सरकार बैंगलुरु (Bangalore) द्वारा प्रेषित एक आधार कार्ड आया है, जिसमें फोटो किसी अन्य महिला का है। एड्रेस में संगीता के पते के साथ राजश्री अपोलो (Rajshree Apollo) प्रेम नगर वीटीसी अंकित है। महिला का कहना है कि उसकी संपत्ति हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि फर्जी आधार कार्ड बनाकर एक गिरोह ने संपत्ति की किसी और को रिजस्ट्री कराने की तैयारी कर ली है। इस मामले में पुलिस ने अजय उर्फ पिंटू पाल निवासी परदेशीपुरा क्षेत्र, गजेंद्र उर्फ गज्जू निवासी मयूर अस्पताल के पीछे, भीमसिंह यादव निवासी रामकृष्णबाग कॉलोनी और लक्ष्मी ठाकुर निवासी संजय गांधी नगर के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पाराशर के अनुसार यह एक गिरोह है, जो काम कर रहा है। ये उन लोगों का पता लगाते हैं जो इंदौर में नहीं रहते, लेकिन उनकी यहां संपत्ति है। फिर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करते हैं। इनके लिए दस्तावेज बनाने वाले भी क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के रडार पर हैं।
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