इंदौर (Indore)। भंवरकुआं पुलिस ने साइबर ठगोरों के ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जिसमें इंदौर के 20 से 30 साल के युवक शामिल हैं। ये गिरोह एक ऐसी होटल की तलाश में थे, जो बिना आईडी लिए इन्हें एंट्री दे दे और वे वहां के इंटरनेट का उपयोग कर फर्म के खाते को हैक कर करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर सकें। ये होटलों की तलाश में थे, तभी थानेदार जयंत दत्त शर्मा की टीम ने पकड़ लिया।
थानेदार शर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ युवक बिना आईडी के होटल में एंट्री लेने के लिए घूम रहे हंै। इस पर उन्हें तीन इमली ब्रिज के पास से पकड़ा। पकड़ाए युवकों के नाम 30 वर्षीय चंदन उर्फ रौनक वास्केल निवासी मनावर, 25 वर्षीय त्रिलोक पिता द्वारकाप्रसाद शर्मा निवासी नंदबाग कॉलोनी, 24 वर्षीय मनीष मलंग निवासी विजयनगर, 21 वर्षीय रवि पिता दिलीप जायसवाल निवासी गुरुनगर और 23 वर्षीय हर्ष पिता मनोज शर्मा निवासी वसंत विहार कॉलोनी हैं। ये सभी पढ़े-लिखे युवा हैं, जबकि एक युवक साइबर एक्सपर्ट है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि डार्क वेब से गवर्नमेंट बैंक के अकाउंट की जानकारी निकालते हैं। इसके बाद चुनिंदा अकाउंट, जिनमें करोड़ों रुपए जमा रहते हैं, उसे हैक कर लेते हैं। इसके बाद उसका रुपया ट्रांसफर कर लेते हैं। फिलहाल आरोपियों ने कर्नाटक की एक फर्म के खाते की जानकारी ली थी, जिसे हैक कर उसमें से रुपए ट्रांसफर करने वाले थे।
बिना आईडी से नहीं पकड़े जाते…
बिना आईडी दिए होटल में रुकने को लेकर जब इनसे पूछताछ की गई तो आरोपियों का कहना था कि वे बिना आईडी दिए होटल खोजने के साथ होटल में यह भी सुविधा देखने वाले थे कि वहां वाईफाई की स्पीड भी अच्छी होना चाहिए। ऐसी होटल में बैठकर अकाउंट हैक कर रुपए ट्रांसफर करने के बाद वे वहां से भागने वाले थे। बाद में साइबर पुलिस जांच करती तो आरोपियों के नाम नहीं आते, क्योंकि पूरे मामले की जांच में सिर्फ इतना सबूत मिलता कि आरोपियों ने किसी होटल का डाटा उपयोग किया है।
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