इंदौर। चेटीचंड उत्सव की भीड़भाड़ में लोगों के मोबाइल उड़ाने वाली गैंग को पुलिस ने चंद घटों में पकड़ लिया। इनसे चोरी किए मोबाइल भी जब्त हुए। इनका भोपाल में डेरा है। डेरे के सभी महिला-पुरुष और बच्चे उत्सवों में चोरी करने के लिए निकलते हैं।
10 अप्रैल को चेटीचंड उत्सव को लेकर जूनी इंदौर और रावजी बाजार पुलिस टीम को भीड़ में सादी वर्दी में लगाया गया था, ताकि मोबाइल, चेन और नकदी चोरी की घटनाओं को रोका जा सके। सार्दी वर्दी में लगी पुलिस ने 27 लोगों की गैंग को पकड़ा, जिनके पास से चोरी के 32 मोबाइल जब्त हुए हैं। ये मोबाइल एक ही दिन में चुराए गए थे।
लोगों का जैसे ही ध्यान बंटता तो उक्त गैंग उनके जेब से मोबाइल चुरा लेती थी। गैंग में पुरुषों के अलावा महिलाएं और बच्चे भी हैं। इन्हें पकडऩे में जूनी इंदौर टीआई शैलेंद्रसिंह जादौन, थानेदार रिद्धि शर्मा, मुकेश गायकवाड़, धर्मेंद्र पाठक, श्याम मालवीय, रावजी थाने के विजय तिवारी, प्रीतपालसिंह और कपिल रावत की उल्लेखनीय भूमिका रही। पकड़े गए आरोपियों के नाम शुभम सोलंकी निवासी लासून (महाराष्ट्र), सोनू पंवार निवासी औरंगाबाद, रोहित पिता सुभाष निवासी रायसेन, गणेश पिता राजकुमार निवासी छिंदवाड़ा, कालू पादरी निवासी छिंदवाड़ा, कानिया निवासी होशंगाबाद, विनोद मोगिया निवासी रायसेन, सुजीत पिता सुजान और लक्की पिता बंटी पादरी हैं। इनके अलावा इस गैंग में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पूरी गैंग भोपाल में डेरों में रहती है। किसी भी आयोजन के बारे में सुनते ही ये लोग वहां पहुंच जाते हैं। परसों रात जब जूनी इंदौर ब्रिज के नीचे गैंग की एक महिला मोबाइल की सिम बदल रही थी, तभी जवानों की नजर उस पर पड़ी और उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद गिरोह के अन्य सदस्य उसे जैसे ही चोरी करने के बाद मोबाइल देने आते तो उन्हें भी पुलिस पकड़ लेती। ऐसा करते-करते पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved