इंदौर (Indore)। फूलों की डिमांड त्योहारी सीजन में बढ़ जाती है। गणेशोत्सव के शुरू होतेे ही फूलों ने तेजी का रुख कर लिया था, जो अभी जारी है। थोक मंडी में गेंदा 50 से 70 रुपए किलो से क्वालिटी अनुसार बिक गया है, जो सप्ताहभर पहले 30 रुपए किलो चल रहा था तो खेरची मे 100 से 150 रुपए तक फुटकर दुकानों पर बेचा जा रहा है। गेंदा, गुलाब, सेवंती, मोगरा, रजनीगंधा इस मौसम में इंदौर की मंडी में पहुंच रहे हैं। खासकर गेंदा कर्नाटक व नासिक से भरपूर आ रहा है। गणेशोत्सव दौरान ही फूलों के दाम में तीन गुना से ज्यादा तेजी देखी जा रही है, जिससे आम उपभोक्ता के कान खड़े कर दिए।
शहर में छोटी-बड़ी फूलों की 3000 से ज्यादा दुकान अलग-अलग स्थानों पर लगाई जाती हैं। गणेशोत्सव में पूजा-अर्चना में फूलों से बने हार की डिमांड में एकदम से बढ़ोतरी देखी जा रही है। सप्ताहभर पहले गेंदे की सामान्य माला, जो 10 से 15 रुपए मे मिल जाती थी, वह 50 रुपए में भी उपलब्ध नहीं है। छोटी मालाओं के दाम 50 रु. प्रति नग तक पहुंच गए हैं। आमजन भी आश्चर्य कर रहा है कि एकदम से दाम कैसे बढ़ गए। हालांकि थोक मंडी में ही बढे दामो पर आज सौदे हुए। आज मंडी में कर्नाटक व नासिक से आया गेंदा 60 से 70 रुपए किलो, गुलाब 120 से135, सेवंती 120 से 130, रजनीगंधा 200 से 300, मोगरा और कुंद 700 रुपए प्रति किलो तक बिक गया है, जिसके कारण मार्केट में फूल मालाओं के दाम बड़े हुए हैं। जानकारों का यह भी कहना है कि आने वाले चार-पांच दिनों में इतनी तेजी फूलों में नहीं रहेगी, इसलिए उपभोक्ताओं को भी रियायत मिलेगी।
बारिश के चलते फसल खराब
लगातार बारिश के चलते लोकल गेंदा मार्केट में नहीं आ पाया और जो आ भी रहा है, उसकी क्वालिटी कमजोर है। बाहर से आने वाले फूलों बेहतर क्वालिटी का होने व ट्रांसपोर्टेशन खर्च ज्यादा लगने से महंगा बिक रहा है। गुलाब की पैदावार लोकल स्तर पर हो रही है और इंदौर के आसपास का गुलाब मंडी में खूब आ रहा है।
मंडी में बिचौलिए हुए सक्रिय
प्रदेश की चोइथराम मंडी में फूलों का कारोबार भी भरपूर होता है। अचानक से दाम में तेजी है। एक सप्ताह का समय हुआ है। फूलमालाओं की छोटी दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि मंडी में बिचौलियों के सक्रिय होने से दामों में और ज्यादा तेजी बनी है। मंडी प्रशासन का नियंत्रण यहां नहीं होने से फूल महंगे हो गए हैं।
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