ग्वालियर। कोरोना वायरस के कारण इस बार सार्वजनिक रूप से गणेश उत्सव का आयोजन नहीं होगा। पंडाल नहीं सजाए जा रहे हैं। लेकिन घरों में गौरी पुत्र गणेश की भक्ति तथा आराधना श्रद्धालुओं द्वारा की जायेगी। इस बार गणेश चतुर्थी शनिवार, 22 अगस्त को है। इस दिन घर-घर में गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की जा जाएगी और लोग इस बार घरों में रहकर ही 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाएंगे।
सनातन धर्म में भगवान गणेश को विनायक, गणपति, विघ्नहर्ता कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि किसी भी शुभ काम को करने से पहले गणेश भगवान की पूजा की जाती है। भादों शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। श्रद्धालु अपने घर में भगवान गणेश की प्रतिमा विराजमान करते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के कारण हर साल की तरह सार्वजनिक उत्सव नहीं होंगे। घरों में भक्त अपने प्रिय भगवान की सेवा पूजा करेंगे।
29 अगस्त को निगम वाहन में होगा विसर्जन
ग्वालियर में गणेशोत्सव 29 अगस्त तक मनाया जाएगा और इसी दिन नगर निगम के वाहनों में गणेश प्रतिमाओं का सम्मान पूर्वक विसर्जन किया जाएगा। जानकारी अनुसार निगम के कई वाहन गणेश प्रतिमा विसर्जन करने के लिये शहर के गली-मोहल्ले और कॉलोनियों से विसर्जन स्थल तक ले जाकर सम्मान पूर्वक विसर्जन करायेंगे।
घरों में ही रहकर मनाएं पर्व
जिला प्रशासन ने 22 अगस्त से 29 अगस्त तक गणेश उत्सव, 29 अगस्त को डोलग्यारस और 30 अगस्त को मोहर्रम त्यौहार घरों में ही रहकर मनाने का अपील की है। इस दौरान किसी भी प्रकार की झांकी, ताजियों के जुलूस नहीं निकालें जाएंगे, जहां तक हो गणेश प्रतिमा और ताजियों का रूप छोटा ही रहे। शासन की गाइडलाइन के अनुसार गणेश उत्सव की प्रतिमायें नहीं लगाई जायेंगी, किसी भी प्रकार की झांकी खुले में सार्वजनिक स्थानों पर नहीं लगाने की अपील की गई है।