नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी(Ganesh chaturthi ) का पावन पर्व मनाया जाता है. इसी दिन से गणेश महोत्सव (Ganesh Festival) की शुरुआत होती है. यह महोत्सव 10 दिनों तक चलता है. घर-घर में गणपति (Ganapati) की प्रतिमा स्थापित की जाती है.
भक्त गण उनकी पूजा (Worship) करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति भगवान की विधिवत पूजा अर्चना करके उनकी विदाई करते हैं और उनकी प्रतिमा का विसर्जन करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं (wishes) पूरी हो जाती हैं.
गणेश चतुर्थी 2022 पूजा- विधि
गणेश चतुर्थी के दिन प्रातःकाल स्नान आदि करके घर के मंदिर में दीपक जलाएं. अब व्रत पूजा का संकल्प लें. इस दिन शुभ मुहूर्त में भगवान श्री गणेश (Lord Shri Ganesh) जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है. भक्त अपनी इच्छानुसार गणपति की मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद प्रतिमा का गंगाजल से अभिषेक करें. अब भगवान श्री गणेश को पुष्प, दूर्वा घास अर्पित करें. दूर्वा घास भगवान गणेश को अति प्रिय है. मान्यता है कि दूर्वा चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होकर भक्तों के सारे संकट हर लेते हैं. भगवान गणेश की पूजा के दौरान उन्हें सिंदूर लगाएं तथा उनका प्रिय भोग मोदक या लड्डू अर्पित करें. पूजा के अंत में भगवान गणेश जी की आरती करके उन्हें प्रणाम करें और क्षमा प्रार्थना करें. अंत में प्रसाद वितरण करें.
गणेश चतुर्थी पूजा सामग्री लिस्ट
भगवान गणेश की प्रतिमा
लाल कपड़ा, जनेऊ
दूर्वा, कलश
नारियल, रोली
पंचामृत, मौली लाल
पंचमेवा, गंगाजल
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