पालमपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा गांधी परिवार से ही बंधे रहकर आत्महत्या करने का निर्णय उनके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी भी है और दुखखबरी भी। उन्होने कहा कि वह बड़े धर्म संकट में हैं – समझ नही आ रहा खुशी मनाऊं या दुख मनाऊं।
उन्होंने कहा कि आज दूर-दूर तक न तो भाजपा का विकल्प है और न ही नरेन्द्र मोदी का विकल्प है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में हमारी पार्टी के सामने राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी नही है। एक मात्र राष्ट्रीय दल कांग्रेस विकल्प की क्षमता रखती है। परन्तु वह गांधी परिवार की गुलामी से बाहर निकलेगी नही और आज की परिस्थिति में इतने बड़े देश में कोई भी दूसरा दल पूरे भारत का सभी प्रदेशों का राष्ट्रीय दल नही बन सकता। हमारी पार्टी हमेशा के लिए एक मात्र सताधारी दल रहेगी। भाजपा कार्यकर्ता के रूप में यह सोच कर बहुत ही प्रसन्नता हो रही है और सभी कार्यकर्ताओं को होती है।
शान्ता कुमार ने कहा कि परन्तु जब दल की दीवार से ऊपर उठकर राष्ट्र के मन्दिर में खड़ा होकर सोचते हैं तो बहुत अधिक दुखी होते हैं। कहीं भी लोकतंत्र स्वस्थ और सशक्त विपक्ष के बिना सफल नही हो सकता। लोकतंत्र के पक्ष और विपक्ष दो पहिये है दोनों आवश्यक हैं।
उन्होने कहा कि सौभाग्य से आज नरेन्द्र मोदी जी नेतृत्व कर रहे है। बहुत कुछ ठीक चल रहा है। परन्तु अच्छे और सशक्त विपक्ष के बिना हमेशा के लिए अच्छा लोकतंत्र नही चल सकता।
शान्ता कुमार ने कहा कि कांग्रेस के जो 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोचा – काश वैसा अधिक नेता सोचते। सभी को सद्बुद्धि मिलती। भारत अंग्रेजों की गुलामी से 70 वर्ष पहले आजाद हो गया परन्तु देश की सबसे पुरानी बड़ी पार्टी अभी भी एक परिवार की गुलामी से आजाद नही हो सकी। भगवान कांग्रेस को सद्बृद्धि दें और मेरे भारत में एक स्वस्थ और सशक्त विपक्ष बने। (एजेंसी, हि.स.)
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