नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने रविवार को आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने कभी गैर-गांधी कांग्रेस नेताओं को सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि केंद्र सरकार ने देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर कर उन्हें अपमानित किया। दरअसल कांग्रेस की मांग थी कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार करन के लिए अलग से जगह आवंटित की जाए और फिर उस जगह पर स्मारक बना दिया जाए। हालांकि सरकार ने कहा है कि मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह जल्द ही आवंटित कर दी जाएगी। इस मुद्दे पर खूब राजनीति भी हुई। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने इस मुद्दे पर राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण और सस्ती राजनीति करार दिया।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ हमारे वैचारिक और राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, वह सबसे सम्मानित व्यक्ति हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया।’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी उचित सम्मान नहीं दिया। अब प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी कहा है कि उनके पिता की मृत्यु के बाद कांग्रेस ने कार्यसमिति की बैठक बुलाने की जहमत भी नहीं उठाई थी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘असल में, गांधी परिवार ने कभी भी गैर-गांधी कांग्रेस नेताओं को सम्मान नहीं दिया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को भारत रत्न पुरस्कार और सरदार वल्लभभाई पटेल को सम्मान भी नहीं दिया। गांधी परिवार को इन सब पर आत्मचिंतन करना चाहिए।’
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