भोपाल। राजधानी का कोतवाली, श्यामला हिल्स छोला मंदिर और ऐशबाग इलाका इन दिनों जुआरियों और सटोरियों का पसंदीदा क्षेत्र बना हुआ है। यहां दो दर्जन से अधिक जुआ खाने संचालित किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इस इलाके में आईपीएल पर सट्टा बुक करने वाले भी अधिक सक्रीय हैं। छुट-पुट प्रकरणों में वाह वाही लूटने वाली पुलिस राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त इन अपराधियों पर कार्रवाई करने से बचती नजर आती है। जानकारी के अनुसार श्यामला हिल्स इलाके में स्थित अहाता रुस्तम खां में एक पूल गेम की आड़ में जमकर आईपीएल मेच पर दाव लगवाए जा रहे हैं। दानिश आईस्क्रीम पार्लर के पास स्थित एक होटलनुमा हुक्का लांउज में मेच में सट्टा लगवाने तथा देर रात तक जुआ संचालन कराने की चर्चा जोरों पर हैं। उक्त होटल संचालक एक पुलिस अधिकारी का खास बताया जाता है। सूत्रों का दावा है कि विगत दिनों एक पुलिसकर्मी टीम के साथ इस होटल पर कार्रवाई के इरादे से पहुंच गया था। तत्काल अधिकारी का कॉल आया और जमकर फटकार के बाद उसे उल्टे पांव लौटना पड़ा। कोतवाली इलाके में छोटू नाम का पुराना जुआरी इन दिनों एक घर से आईपीएल पर सट्टा खिला रहा है। यहां भी विगत दिनों पुलिस कार्रवाई करने पहुंची तो एक अधिकारी ने कॉल पर उन्हें फटकाकर लौटा दिया। वहीं पुलिस सूत्रों का दावा है कि छोला मंदिर इलाके में स्थित कल्याण नगर में एक मकान के अंदर जुआ संचालन किया जा रहा है। देर रात तक यहां फड़ जमी हैं। इस जुआ खाने को थाने में वर्षों से जमे दो पुलिसकर्मियों का संरक्षण बताया जाता है। ऐशबाग में तीन स्थानों पर जुआखाने संचालित हो रहे हैं।
अपराधियों को संरक्षण दे रहे पुलिसकर्मी!
विगत दिनों ग्वालिर क्राइम ब्रांच ने एक गांजा तस्कर को तीस किलो गांजे के साथ रंगे हाथों दबोचा था। उक्त तस्कर की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ था कि भोपाल क्राइम ब्रांच में रहे पुलिसकर्मी सुभाष गुर्जर ने गांजा लाने के लिए तस्कर को डेढ़ लाख रूपए की रकम दी थी। इसके बेचकर आने वाली कमाई से गुर्जर को आधा हिस्सा दिया जाना तय था, इस बात का खुलासा आरोपी ने पूछताछ में किया था। बैरसिया में तीन माह पूर्व एक जुआरी की आडियो वायरल हुई थी। एक एसआई के जरिए जुआ संचालन में संरक्षण की बात जुआरी ने स्वीकार की थी।
कार्रवाई में छूट गए थे पसीने
विगत दिनों कोतवाली पुलिस ने एक राजनेता के करीबी को सट्टा बुक करने के आरोप में उठा लिया था। आनन-फानन में सटोरिए के राजनेतिक आकाओं के कॉल पुलिस के एक अधिकारी को पहुंचे। दबाव में आने के बाद पुलिस ने आरोपी पर महज कुछ सौ रूपए का सट्टा बुक करने का प्रकरण दर्ज किया और तत्काल उसे छोड़ दिया। पुलिस सूत्रों की माने तो एक अधिकारी की तानाशाही से कोतवाली संभाग के किसी भी थाना क्षेत्र में कार्रवाई करना दुबर हो गया है। थाना प्रभारियों और इस अधिकारियों के बीच कोल्ड वॉर जारी हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved