रांची: झारखंड में पिछले 20 दिनों में एक जंगली हाथी के हमले से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. ऐसे में ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल है. वन विभाग के अनुसार, पिछले 20 दिनों में राज्य में आतंक मचाने वाले हाथी ने 14 लोगों की जान ले ली है, जिनमें लोहरदगा में चार, रांची में दो, जामताड़ा, लातेहार और चतरा में एक-एक और हजारीबाग में तीन लोग शामिल हैं.
मंगलवार को एएनआई (ANI) से बात करते हुए, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) शशिकर सामंत ने कहा कि मामला हजारीबाग से शुरू हुआ और आखिरकार लोहरदगा और रांची तक पहुंच गया. शशिकर सामंत ने बताया कि अकेला हाथी हमेशा खतरनाक और चिड़चिड़ा होता है, क्योंकि वे अपने समूह से अलग होने के कारण हमेशा चिढ़ा रहता है.
मामला हजीराबाद से शुरू हुआ जहां एक अकेले हाथी ने 3 लोगों को मार दिया था. उसके बाद चतरा के जंगलों में एक व्यक्ति को मार डाला, और बाद में लोहरदगा, रांची लातेहार जैसी जगहों पर घटना घटी है. उन्होंने आगे कहा कि लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि वे हाथियों के करीब न जाएं, लोगों को स्वयं भी हाथियों से सतर्क रहने की आवश्यकता है.
गौरतलब है कि जंगली हाथी के हमले से कई लोगों की मौत हो चुकी है. एक मृतक के परिजन ने बताया कि उसकी मां पानी लेने गई थी, तभी हाथी ने उस पर हमला कर दिया. लोहरदगा जिले के वन रक्षक किशोर कुमार ने कहा, “जंगली हाथी का कहर बढ़ रहा है, जो किसी इंसान को देखते ही लोगों पर हमला कर देता है. हमने दो टीमों को बुलाया है और जंगली हाथी को जल्द ही जिले से दूर ले जाने के उपाय कर रहे हैं.”
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