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    मुरैना ग्वालियर की गजक अब उज्जैन में ही बनती है, प्रतिदिन बिक रही क्विंटलों

  • November 25, 2022

    उज्जैन। एक समय था जब मुरैना और ग्वालियर से गजक बनकर आती थी और अब उज्जैन में ही कई किस्मों की गजक बन रही है। तेज ठंड में गजक खाना सेहत के लिए भी अच्छा होता है और यही कारण है कि प्रतिदिन बड़ी मात्रा में गजक की बिक्री हो रही है। उज्जैन में कई व्यापारी तो ऐसे हैं जो ठंड में गजक की दुकान लगाते हैं।
    इधर ठंड का असर भले ही लोगों पर हो रहा हो लेकिन ठंड से बचाव के लिए गराडू के साथ ही गजक, जलेबी आदि की भी बिक्री में बढ़ोत्तरी हो गई है। इसके अलावा रात को गरमा-गरम दूध का भी आनंद उठाते हुए लोग देखे जा सकते है। मालीपुरा, देवासगेट गुदरी, फ्रीगंज आदि कई क्षेत्रों में दूध की बिक्री हो रही है और लोग यहां रात को दूध पीने के लिए पहुंच रहे है। चिकित्सकों के अनुसार सर्दियों में हर कोई गजक को बड़े चाव से खाना पसंद करता है, लेकिन मिठास के अलावा गजक में सेहत के कई राज छिपे होते हैं।


    सर्दियों में गजक के सेवन से कई तरह की समस्याओं से निजात मिलती है। इधर ठंड के कारण मौसमी बीमारियां फैल रही हैं वहीं इसके चलते डॉक्टरों के यहां मरीजों की भीड़ देखी जा सकती है। चिकित्सकों के अनुसार ऐसे मौसम में हल्का बुखार होने के साथ ही सर्दी जुकाम और इंफेक्शन हो सकता है इसलिए जरूरी है कि ठंड से बचाव करें वहीं आईस्क्रीम, ठंडे पेय पदार्थों के साथ ही फ्रीज में रखे पानी आदि का उपयोग न करें। स्वच्छता का ध्यान रखें, नियमित रूप से स्किन को मॉइस्चराइज करें, ठंडा पानी पीने से बचें, तेज गरम पानी के स्नान से बचें, पौष्टिक भोजन करें। साथ ही अपने शरीर को गर्म रखने के लिए ऊनी कपड़े पहने।

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    हर महीने 500 से अधिक लोग हो रहे श्वानों के शिकार

    Fri Nov 25 , 2022
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