इंदौर। महिला अफसर डॉ. पूर्णिमा गडरिया (Dr. Poornima Gadaria) के जिस ड्राइवर पुनीत अग्रवाल (Puneet Aggarwal) को विजय नगर पुलिस (Vijay Nagar Police) ने रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedisvir Injection) की कालाबाजारी में पकड़ा है उसका कहना है कि उसने इंजेक्शन के अलावा अस्पतालों में लोगों को बेड भी उपलब्ध करवाए हैं।
वह यह काम पूरे लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान करता आ रहा है। यह पता लगाया जा रहा है कि उसने किस-किसको बेड उपलब्ध कराए थे। उनके परिजनों से बयान होने के बाद साफ होगा कि यह काम उसने मुफ्त में किया था या फिर रुपया लिया था। वह यह भी कह रहा है कि उक्त इंजेक्शन इम्पैक्ट ट्रेवल एजेंसी के दूसरे ड्राइवर गोविंद राजपूत से लेकर आया था। गोविंद ने भी कई लोगों को इंजेक्शन 14 हजार में दिए हैं। गोविंद के बारे में पुलिस से खुलासा हुआ है कि वह मंत्री तुलसी सिलावट (Tulsi Silawat) की पत्नी की गाड़ी चलाता है। मंत्रीजी के यहां से मिले इंजेक्शन उसने कई लोगों को 14-14 हजार में बेचे हैं। पुनीत का कहना है कि जैसे ही इंजेक्शन की डिमांड करने वाला उसके संपर्क में आता तो वह गोविंद के जरिए डाक्यूमेंट लेकर इंजेक्शन दिलवाता था। गोविंद से भी पूछताछ हो तो कालाबाजारी के बड़े खेल का खुलासा हो सकता है। जिस इंजेक्शन के साथ वह धराया वह किसी ललित शर्मा नामक पुलिसवाले को बेचने जा रहा था।
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