नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Transport Minister Nitin Gadkari) को भारत सरकार में एक ईमानदार मंत्री के रूप में जाना जाता है, हालांकि यह सच भी कि वह ईमानदारी की निति (honesty policy) से चलना पसंद करने वाले लोगों में से हैं, लेकिन इस बार उन्होंने एक कार्यकर्ता की मिली शिकायत पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) को एक पत्र लिखा है।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्य सचिव के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को भी पत्र की कॉपी भेजी है। गडकरी ने ये पत्र नागपुर के बीजेपी नेता के पत्र का हवाला देते हुए लिखा है, जिसमें मध्य प्रदेश के आरटीओ अधिकारी और कर्मियों द्वारा चेक पोस्ट पर एंट्री के लिए रिश्वतखोरी का दावा किया गया है। साथ ही लिखा है कि एंट्री चेक पोस्ट पर गाड़ी के सभी दस्तावेज ठीक पाए जाने और गाड़ी अंडरलोड पाए जाने पर किसी प्रकार की एंट्री भरने का कोई प्रावधान नहीं है। फिर भी ट्रक ड्राइवर्स और मालिकों को परेशान किया जाता है। इस पत्र के बाद मध्यप्रदेश परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया है। साथ ही एंट्री चेक पोस्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया है, हालांकि पत्र में यह उल्लेख नहीं किया गया है कि रिश्वत का मामला किस चेक पोस्ट का है।
केंद्रीय मंत्री ने पत्र में लिखा है कि इस विषय में पहले भी ध्यान देने के लिए कहा गया था, लेकिन इस समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकला है। जिस वजह से मध्य प्रदेश का भी नाम खराब हो रहा है। मुख्य सचिव को पत्र में दिए मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश देने और सख्त और उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।