नई दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के सामने खालिस्तान का मुद्दा उठाया. उन्होंने इस मुद्दे को ब्रिटेन और भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान उठाया. इससे पहले खालिस्तान के मुद्दे पर ऋषि सुनक कह चुके हैं कि वे इसे कई बर्दाश्त नहीं करेंगे.
एक इंटरव्यू के दौरान खालिस्तान मुद्दे से जुड़े सवाल पर ऋषि सुनक ने कहा, “ये वास्तव में एक महत्वपूर्ण सवाल है. मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि ब्रिटेन में किसी भी प्रकार का उग्रवाद या हिंसा स्वीकार्य नहीं है. इसीलिए हम खासतौर से ‘PKE’ खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.” जी20 पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “जी20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता रही है. भारत इसकी मेजबानी के लिए सही समय पर सही देश है. मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ दिनों तक विचार-विमर्श और निर्णय लेने का बहुत अच्छा मौका होगा.”
मिलकर जड़ से खत्म कर सकते हैं उग्रवाद
खालिस्तानी समर्थकों के हंगामे के मुद्दे पर ऋषि सुनक ने आगे कहा कि इसे लेकर ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ने हाल ही में भारत के रक्षा मंत्री के साथ बात की थी. हमारे पास खुफिया जानकारी शेयर करने के लिए और एक साथ मिलकर काम करने के लिए कई चीजें हैं जिनकी मदद से हम उग्रवाद को जड़ से खत्म कर सकते हैं.
खालिस्तानी समर्थकों ने उतार दिया था भारत का झंडा
बता दें कि इसी साल मार्च में लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर जमकर हंगामा किया था. इस हंगामे के दौरान एक शरारती तत्व ने भारतीय उच्चायोग पर लगे भारत के झंडे को उतार दिया था. इस घटना के बाद भारत सरकार ने ब्रिटिश राजनयिक को तलब किया था और भारतीय उच्चायोग के आसपास सुरक्षा व्यवस्था न होने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था. इससे पहले भी कई बार खालिस्तानी समर्थक ब्रिटेन में प्रदर्शन के दौरान भारत के खिलाफ नारेबाजी कर चुके हैं.
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