नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बाली में चल रहे जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन (Summit of G-20 countries) के दौरान बुधवार को आठ देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके अलावा वह जी-20 के एक सत्र में भी हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री का दूसरे दिन का कार्यक्रम बेहद व्यस्त है। सूत्रों के अनुसार, जी-20 के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मोदी सुबह तमान हटन में मैंग्रोव फॉरेस्ट की यात्रा (Mangrove Forest Tour in Taman Hatton) करेंगे। जलवायु खतरों से निपटने के लिए मैंग्रोव फॉरेस्ट को भी बढ़ावा देने के लिए हाल में सहमति बनी है। उसी दिशा में यह दौरा है।
इसके बाद इंडोनेशिया के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी। डिजिटल ट्रांसफार्मेशन को लेकर प्रधानमंत्री जी-20 के एक सत्र में हिस्सा लेंगे। इसके बाद लगातार सात द्विपक्षीय बैठकें स्पेन, फ्रांस, सिंगापुर, जर्मनी, इटली, आस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन के साथ होंगी। ब्रिटेन के साथ होने वाली बैठक में भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को लागू करने की नई तिथि पर भी फैसला हो सकता है।
जी-20 सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) के साथ हुई बैठक को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध के मौजूदा हालात में जिस प्रकार भारत अमेरिका और रूस दोनों देशों के साथ बेहतरीन तालमेल बिठाकर अपने हितों को कायम रखे हुए है, वह बेहद महत्वपूर्ण है। इसी कड़ी में बाइडन के साथ हुई इस बैठक को अमेरिका-भारत संबंधों में कायम मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी इस दौरान बातचीत हुई है। हालांकि, सरकार की तरफ से उस बातचीत का ज्यादा ब्योरा नहीं दिया गया है लेकिन सूत्रों का दावा है कि इस संकट के समाधान में भारत की भूमिका की प्रासंगिकता आज भी कायम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ डिनर के दौरान एक अनौपचारिक मुलाकात की थी, लेकिन भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय बैठक को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। दोनों ही देश के द्वारा अभी तक इस मामले पर कुछ भी स्थिति साफ नहीं की गई है।
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