नई दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर हर किसी की नज़रें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता पर टिकी हैं. शुक्रवार की शाम को नई दिल्ली आने के बाद जो बाइडेन प्रधानमंत्री आवास में पीएम मोदी से मिलेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच एच-1 वीज़ा से लेकर न्यूक्लियर और 6 जी के मसलों पर चर्चा हो सकती है और अहम फैसला लिया जा सकता है.
अमेरिका के एनएसए जैक सुलिवान ने जो बाइडेन के भारत पहुंचने से पहले कई मसलों पर बात की है. उन्होंने कहा कि जी-20 का मुख्य मुद्दा दुनिया को साथ में लाने का होना चाहिए, ताकि इकॉनोमी से लेकर क्लाइमेट चेंज और एनर्जी सिक्योरिटी पर फैसले लिए जा सकें. जैक के मुताबिक, बाइडेन-मोदी की मुलाकात में जेट इंजन के मुद्दे, एमक्यू9 रीपर्स, 5जी, 6 जी समेत अन्य कई मसलों पर बातचीत होगी.
अमेरिकी एनएसए ने बताया कि क्योंकि ये मीटिंग जी-20 के इतर हो रही है, इसलिए इसे पीएमओ में आयोजित किया जा रहा है. जी-20 को लेकर उन्होंने कहा कि तमाम देश साझा बयान के लिए लगातार काम कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि हर कोई एक पेज पर आएगा.
द्विपक्षीय वार्ता में और किन मसलों पर चर्चा?
सूत्रों के मुताबिक, दोनों देश दुनिया में इस वक्त चल रही गंभीर चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने दुनिया को प्रभावित किया है, भारत और अमेरिका दुनिया के बड़े देशों में से एक हैं ऐसे में इनका सहयोग जरूरी है. साथ ही भारत-अमेरिका के बीच की वीज़ा व्यवस्था को कुछ हदतक आसान करने की कोशिशें हैं.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 3 दिन तक भारत में होंगे, वो 8 सितंबर की शाम को भारत आएंगे और 10 सितंबर को वापस रवाना होंगे. 8 को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद वो 9-10 सितंबर को जी-20 समिट में हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी द्वारा जो बाइडेन के लिए प्राइवेट डिनर का भी आयोजन किया गया है. नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 9-10 सितंबर जी-20 का मुख्य शिखर सम्मेलन होना है.
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