रियो डी जेनेरियो. प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को रियो डी जेनेरियो में ब्राजील (Brazil), चिली (Chile) और अर्जेंटीना (Argentina) के राष्ट्रपतियों (Presidents) से मुलाकात की और रक्षा, ऊर्जा, जैव ईंधन और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. नाइजीरिया (Nigeria) की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद रविवार को यहां पहुंचे मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा से बातचीत की और जी-20 की अध्यक्षता के दौरान ब्राजील के तमाम तरह की कोशिशों की तारीफ की.
ब्राजील के प्रेसिडेंट लूला के साथ वार्ता के बाद सोशल मीडिया पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, “हमने अपने देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला का जायजा लिया और ऊर्जा, जैव ईंधन, रक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बेहतर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.”
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच “प्रोडक्टिव मीटिंग” हुई, जिसके दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के पूरे स्पेक्ट्रम की समीक्षा की और रक्षा, कृषि, जैव ईंधन, डिजिटल प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई.
सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति लूला ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि उन्होंने अपने जी-20 में जो कुछ करने की कोशिश की है, वह भारत में हुए जी-20 से प्रेरित है. बता दें कि ब्राजील 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. भारत ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ट्रोइका का हिस्सा है.
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए राष्ट्रपति लूला को धन्यवाद दिया.”
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री ने ब्राजील की ‘भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन’ की पहल को भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया. हमारी चर्चा रीन्यूएबल एनर्जी, जैव ईंधन, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल प्रौद्योगिकी में अधिक सहयोग के अवसरों की खोज पर केंद्रित थी.”
जिनपिंग और बाइडेन भी पहुंचे
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी का जी-20 शिखर सम्मेलन वाली जगह पर राष्ट्रपति लूला ने गर्मजोशी से स्वागत किया. पीएम मोदी के साथ-साथ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाईडेन 18-19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल हैं.
मंगलवार को मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट से भी मुलाकात की.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “भारत और चिली के बीच कई क्षेत्रों में संबंध मजबूत हो रहे हैं. हमारी बातचीत फार्मास्यूटिकल्स, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को कैसे गहरा किया जाए, इस पर केंद्रित थी. चिली में आयुर्वेद की लोकप्रियता को देखकर खुशी हो रही है. यह भी एक ऐसा क्षेत्र है, जहां संबंधों को गति मिल सकती है.”
राष्ट्रपति बोरिक ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते (CEPA) की वार्ता और सार्वजनिक-निजी निवेश और व्यापार संवर्धन के नए अवसरों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों ने भारत-चिली संबंधों की समीक्षा की और फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी, आईटी, रेलवे, खनन, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.
इसके अलावा, नरेंद्र मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली से मुलाकात की और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की. यह दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-अर्जेंटीना रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की और विशेष रूप से डिजिटल प्रौद्योगिकी, फार्मास्यूटिकल्स, रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा, खनिज संसाधन और रेलवे के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा और विविधतापूर्ण बनाने पर सहमति जताई.
ब्राजील से पीएम मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना जाएंगे. यह 50 से ज्यादा वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा होगी.
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