नई दिल्ली। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक बुनियादी ढांचा क्षेत्र की 150 करोड़ रुपये मूल्य की 1,686 परियोजनाओं में से 530 परियोजना तय समय से विलंब से चल रही है जबकि 403 के लागत मूल्य में 4.05 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने रविवार को जारी अपनी रिपोर्ट में बताया कि देश देश में मार्च 2020 वित्तीय वर्ष के आखिरी तक 1,686 परियोजनाओं के क्रियान्वयन की मूल लागत 20,66,771.94 करोड़ रुपये थी, जिसके बढ़कर 24,71,947.66 करोड़ रुपये पर पहुंच जाने का अनुमान है। इससे पता चलता है कि इनकी लागत मूल लागत की तुलना में 19.60 प्रतिशत यानी 4,05,175.72 करोड़ रुपये बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2020, तक इन परियोजनाओं पर 11,20,696.16 करोड़ रु रुपये खर्च हो चुके हैं। मंत्रालय ने बताया कि देश में हाल में जितनी परियोजनाएं चल से चल रही अगर वह इसी तरह चलती रही तो देरी से चल रही परियोजनाओं की संख्या कम होकर 452 पर आ जाएगी।
मंत्रालय ने रिपोर्ट में बताया कि इन परियोजनाओं में देरी की का मूल कारण भूमि अधिग्रहण, बुनियादी संरचना की कमी और वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी का समय पर ना मिलना है।
उल्लेखनीय है कि सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय 150 करोड़ रुपये या इससे अधिक लागत वाली बुनियादी ढांचा क्षेत्र की परियोजनाओं की निगरानी करता है। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved