इंदौर, अमित जलधारी। महू-पातालपानी-कालाकुंड (Mhow-Patalpani-Kalakund) के बीच चलने वाली मीटरगेज की प्रदेश की पहली और इकलौती हेरिटेज ट्रेन (heritage train) का भविष्य खतरे में है। रेलवे के लिए अब यह ट्रेन गले की हड्डी बन गई है। महू-सनावद गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट (Mhow-Sanawad Gauge Conversion Project) के कारण जनवरी अंत से यह ट्रेन बंद की जा चुकी है। पहले रतलाम रेल मंडल के अफसरों ने हेरिटेज ट्रेन चलाने के लिए महू में छोटी लाइन का नया प्लेटफार्म बनवाना शुरू कर दिया था, लेकिन अब इस ट्रेन को आगामी मानसून सीजन से पातालपानी से कालाकुंड के बीच ही चलाने की तैयारी है। हालांकि, रेल अफसरों को इसमें भी संदेह है कि 10 किमी लंबे पातालपानी-कालाकुंड रूट के लिए ट्रेन को शायद ही यात्री मिलें। ऐसा हुआ तो ट्रेन बंद करना पड़ेगी।
रेलवे के समक्ष परेशानी यह है कि महू में अभी प्लेटफार्म-एक छोटी लाइन का है, जिसे बड़ी लाइन के हिसाब से अपग्रेड किया जाना है। इसके लिए मौजूदा छोटी लाइनों को हटाना जरूरी है। पिछले साल अफसरों ने तय किया था कि महू स्टेशन के पास रेल ओवरब्रिज के आगे (प्लेटफार्म एक की तरफ) हेरिटेज ट्रेन के लिए नया कम ऊंचाई और कम लंबाई वाला प्लेटफार्म बनाया जाए। उस योजना के हिसाब से लाखों रुपए खर्च कर छोटी लाइन के नए प्लेटफार्म का काम भी शुरू हो गया, लेकिन अब इस कार्य पर एकाएक ब्रेक लग गया है। पश्चिम रेलवे के मुंबई मुख्यालय ने तय किया है कि पातालपानी स्टेशन पर हेरिटेज ट्रेन के रखरखाव की व्यवस्था की जाए। महू से अब छोटी लाइन पूरी तरह खत्म की जाए। इससे बड़ी लाइन के हिसाब से यार्ड विकसित किया जा सकेगा। सवाल यह है कि क्या जुलाई से दिसंबर-जनवरी तक चलने वाली इस ट्रेन को इतने यात्री मिलेंगे, उसके संचालन का खर्च निकल सके। रेलवे ने हेरिटेज ट्रेन की शुरुआत दिसंबर-18 से की थी। महू से कालाकुंड के बीच यह ट्रेन सुरम्य वादियों से 15 किमी का सफर करती थी।
डीआरएम ने कहा- चलाएंगे तो सही, लेकिन…
रतलाम रेल मंडल के डीआरएम रजनीश कुमार कहते हैं कि हेरिटेज ट्रेन चलाने में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि पातालपानी से कालाकुंड के बीच छोटी लाइन यथावत रहेगी। अभी यह कहना कठिन है कि इंदौर या महू से कितने यात्री सडक़ मार्ग से पातालपानी पहुंचकर हेरिटेज ट्रेन में सवार होंगे? रेलवे मामलों के जानकार नागेश नामजोशी का तर्क है कि यदि रेलवे और पर्यटन निगम मिलकर हेरिटेज रूट पर संग्रहालय या स्विस टेंट जैसे नए आकर्षण जुटाए, तो यात्रियों का उत्साह बरकरार रह सकता है।
सांसद बोले- तकनीकी पक्ष भी समझना होगा
सांंसद शंकर लालवानी ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है कि हेरिटेज ट्रेन को पातालपानी से चलाने की तैयारी है। यह ट्रेन चलना तो चाहिए, लेकिन रेल अधिकारियों से पहले उनका तकनीकी पक्ष भी समझना होगा।
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