ताइवान। ताइवान और चीन के राजदूतों के बीच हुई झड़प के बाद दोनों के बीच तनाव एक बार फिर से चरम पर है। ताइवान ने कहा है कि वो चीन के गुंडे अधिकारियों से डरने वाला नहीं है और वो पूरी दुनिया में अपना राष्ट्रीय दिवस का जश्न मनाना जारी रखेगा। ताइवान की सरकार ने मंगलवार को कहा कि चीनी राजदूत फिजी में ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में हो रहे आयोजन में तस्वीरें लेने की कोशिश कर रहा था ताकि कार्यक्रम में शामिल हुए मेहमानों की जानकारी जुटा सके। जब ताइवान के राजदूत ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो हाथापाई शुरू हो गई।
ताइवान ने आरोप लगाया है कि फिजी में चीन और ताइवान के राजदूत के बीच हुई झड़प में उसके राजदूत को काफी चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। दूसरी तरफ, चीन ने भी दावा किया है कि उसका राजूदत वेन्यू के बाहर अपनी ड्यूटी पर तैनात था और वो झड़प में जख्मी हुआ है।
चीन ताइवान को विशेषाधिकार हासिल प्रांत की तरह देखता है और उसके किसी देश के साथ स्वतंत्र संबंध स्थापित करने की कोशिश का कड़ा विरोध करता है। चीन ताइवान को अपनी सैन्य ताकत से अक्सर डराने की कोशिश भी करता रहता है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन और ताइवान के बीच अक्सर प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। ताइवान के चार देशों के साथ कूटनीतिक रिश्ते हैं लेकिन फिजी के साथ नहीं हैं।
ताइपेई में ताइवान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जोन ओ ने कहा कि ताइवान एक शांतिप्रिय देश हैं जिसने अपने राष्ट्रीय दिवस के मौके पर फिजी में दुनिया भर से लोगों को आमंत्रित किया था। ताइवान की प्रवक्ता ने कहा, हम अपने नेशनल डे को सेलिब्रेट करना जारी रखेंगे और ये बदलने वाला नहीं है। चीन जितना चाहे झूठ फैला ले लेकिन ताइवान इन सब पर ध्यान देने वाला नहीं है। हकीकत ये है कि इस बार राष्ट्रीय दिवस के मौके पर हमारे 108 कार्यालयों में जश्न मनाया गया और दुनिया भर से लोग इसमें शामिल हुए।
ताइवान की प्रीमियर सु सेंग चांग ने कहा कि दुनिया को देखने की जरूरत है कि चीन किस हद तक जा सकता है और फिजी में उसने जो किया, वो कितना बर्बरतापूर्ण था। ताइवान ने कहा, चीन के दूसरे देशों में तैनात अधिकारी गुंडे और बदमाश की तरह बर्ताव कर रहे हैं। लोगों से मारपीट करना स्वीकार्य नहीं है। हम इसकी तीखी आलोचना करते हैं।
सु ने कहा कि चीनी राजदूत से निपटना मुश्किल काम था क्योंकि फिजी में उन्हें कूटनीतिक संरक्षण मिला हुआ था, लेकिन हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पर्याप्त साक्ष्यों के साथ सच्चाई सामने लाएंगे। फिजी के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस मामले को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सु ने कहा कि फिजी की सरकार इस मुद्दे को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की कोशिश कर रही है।
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