सैन फ्रांसिस्को। भारतीय मूल के सिख परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार शनिवार को कैलिफोर्निया के टरलॉक शहर में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए। बता दें कि 8 महीने की आरोही ढेरी, उनकी 27 वर्षीय मां जसलीन कौर, उनके 36 वर्षीय पिता जसदीप सिंह और उनके 39 वर्षीय चाचा अमनदीप सिंह का बंदूक की नोक पर अपहरण कर चारों की हत्या कर दी गई थी।
स्टैनिस्लॉस काउंटी सुपरवाइजर मणि ग्रेवाल ने कहा, हम परिवार को यह दिखाने के लिए आए है कि वह अकेले नहीं हैं। केटीएलए-टीवी ने ग्रेवाल के हवाले से कहा कि जघन्य अपराध करने वालों के खिलाफ रोष है। उनके परिवार और दोस्तों को सदमे से उभरने में समय लगेगा। एलन मोर्चरी में शनिवार को अंतिम संस्कार के दौरन बड़ी संख्या में लोग इक्ट्ठा हुए थे। यहां सिख परंपरा के अनुसार सभी का अंतिम संस्कार किया गया।
मर्सिड काउंटी के मुख्य उप जिला अटॉर्नी मैथ्यू सेराटो ने कहा कि सालगाडो ने गुरुवार को अदालत में एक याचिका दायर की। वह अगले महीने कोर्ट में पेश होगा। चारों की हत्या के मामले में सालगाडो को 6 अक्तूबर को गिरफ्तार किया गया था। भारतीय मूल के परिवार की मौत के लिए विशेष परिस्थितियों में प्रथम श्रेणी की हत्या के चार मामलों का आरोप है। उस पर आगजनी और बन्दूक रखने का भी आरोप है। अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे ताउम्र कैद की सजा हो सकती है। मामले की सुनवाई 15 दिसंबर को होगी। मूलरूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाले सिख परिवार का कैलिफोर्निया के मर्सिड काउंटी में एक व्यवसाय से अपहरण कर लिया गया था।
शेरिफ कार्यालय ने एक बयान में कहा कि सालगाडो ने पिछले मंगलवार को आत्महत्या का प्रयास किया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। सालगाडो पर ट्रक में आग लगाने, अवैध रूप से एक बन्दूक रखने और आगजनी करने का भी आरोप है। उनके भाई, अल्बर्टो सालगाडो को भी इस मामले में आपराधिक साजिश और सबूत नष्ट करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। 2005 में सालगाडो एक परिवार को बंदूक की नोंक पर लेकर लूटपाट करने के आरोप में लगभग एक दशक जेल में बीता चुका है।
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