नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने गुपकार नेताओं से दो टूक कहा है कि घाटी में मासूमों की हत्या करने वाले आतंकियों (terrorists) को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और हत्या के बाद आतंकियों से बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों (security forces) को पूरी छूट दे दी गई है. घाटी में हाल के दिनों में आतंकियों द्वारा निर्दोष लोगों निशाना बनाए जाने के मद्देनजर पिपुल्स एलांइस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (PAGD) के नेताओं ने रविवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की. इस मुलाकात में उपराज्यपाल ने इन नेताओं को आश्वासन दिया है कि घाटी में मासूमों की हत्या का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट है.
कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए उचित कदम
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक उपराज्यपाल के साथ बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, सीपीआई एम के नेता एमवाई तारिगामी, नेशनल कांफ्रेंस के एमपी हसनैन मसूदी और अवामी नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर शाह मौजूद थे. एएनआई की खबर के मुताबिक एलजी मनोज सिन्हा ने गुपकार नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि पीएम पैकेज के तहत बने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए प्रशासन उचित कदम उठा रहा है कि उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. गुपकार प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में हो रही निर्दोष लोगों की हत्या पर चिंता जाहिर किया था. इस पर एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि मासूमों की हत्या का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट मिली हुई है. इसके बाद सिन्हा ने यह भी कहा कि जो लोग इन आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं या इन्हें बचा रहे हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा.
हमारा दरवाजा सबके लिए हमेशा खुला है
मनोज सिन्हा ने प्रतिनिधिमंडल से यह भी कहा कि पीएम पैकेज के तहत राज्य में आने वाले कर्मचारियों के लिए एलजी सचिवालय में एक अलग से स्पेशल सेल बनाया गया है जहां इनके सभी मुद्दों को सुलझाया जाएगा. इसके साथ ही इन कर्मचारियों को सुरक्षित जिले और तहसील में पोस्टेड किया जाएगा ताकि इनकी सुरक्षा का उचित बंदोबस्त किया जा सके. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि हम लक्षित हत्या को रोकने, आतंवाद को अलग-थलग करने और आतंकी वातावरण को खत्म करने के लिए सभी नेताओं की सलाह का स्वागत करते हैं. कश्मीर की बेहतरी के लिए अगर कोई सुझाव आता है तो इसका स्वागत होनी चाहिए. उन्होंने कहा, हमारा दरवाजा सबके लिए खुला है. चाहे वह राजनीति क्षेत्र का व्यक्ति हो या समाज के किसी वर्ग का, हर वर्ग के लिए हमारा दरवाजा हमेशा खुला है.
कश्मीरी पंडितों के खिलाफ बल प्रयोग की जांच के आदेश
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ किए गए कथित बल प्रयोग की जांच के आदेश दिए हैं. कश्मीरी पंडित कर्मचारी जब अपने सहयोगी राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे, तब उन्हें नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने बल प्रयोग किया था. कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की कथित विफलता और हत्या के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को बडगाम के शेखपुरा में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े थे. सरकार ने राहुल भट्ट की हत्या की जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से धैर्य रखने की अपील
सिन्हा ने कहा, “कश्मीरी पंडितों पर बल प्रयोग के इस्तेमाल की भी जांच की जाएगी. एक सप्ताह के भीतर इनकी तैनाती सुरक्षित स्थानों पर कर दी जाएगी. उनकी कुछ और शिकायतें हैं, उन पर भी गौर किया जाएगा. हम उनके दर्द और समस्याओं को समझते हैं.” उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित कर्मचारी जहां भी रहेंगे, प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. उपराज्यपाल ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से कुछ समय के लिए धैर्य रखने की अपील करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. गौरतलब है कि राहुल भट्ट की लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने गुरुवार को हत्या कर दी थी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved