– शहनाज हुसैन
आपकी सुन्दरता काफी कुछ आपके खानपान पर निर्भर करती है। आपके पंसदीदा फलों के सेवन से त्वचा के रोगों से मुक्ति पाकर आप चमचमाती तथा सुन्दर त्वचा ग्रहण कर सकते हैं। यदि आप फल खाने का शौक रखते हैं तो निरोगी काया तथा सुन्दर त्वचा आपको स्वतः मिल जाएगी। इससे बाहरी तथा आन्तरिक दोनों सौंदर्य में निखार आता है। इससे त्वचा की रंगत बदलकर लाल तथा पीली हो जाती है तथा त्वचा में जबरदस्त आकर्षण पैदा होता है। कुछ ख़ास फलों के नियमित इस्तेमाल से आप स्वास्थ्य सौंदर्य प्राप्त कर सकते हैं।
आम
आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम ए, सी, ई, के, विटामिन मिनरल, पोटाशियम, कैलशियम तथा मैगनिशियम से परिपूर्ण होते हैं। आम के फल में वायोफलेवोनोडज विद्यमान होते हैं। जो प्रभावी एंटी आक्सीडैंट होते हैं तथा त्वचा के मूल स्वरूप को पहुंची क्षति को निष्प्रभावी बनाकर इसे मूल रूप में वापस लाते हैं। आम विटामिन ए तथा सी से पूरिपूर्ण होते हैं तथा त्वचा में ताजगी, यौवन तथा गोरापन लाने में मदद करते हैं।
यह त्वचा में झुर्रियां तथा बुढ़ापे को रोकने में भी मदद करते हैं। आम न केवल शरीर के सामान्य सन्तुलन को बनाए रखते हैं बल्कि इनके आहार से त्वचा तथा बाल मुलायम तथा चमकीले होते हैं। आम के सेवन से बालों के छिद्र कस जाते हैं जिससे बालों की जडे़ं मजबूत होती हैं। आम का गुदा फ्रूट पैक में सम्मलित कर त्वचा तथा बालों पर लगाया जा सकता है। शरीर तथा बालों के सौंदर्य उत्पादों को बनाने वाली कम्पनियां आम को सौंदर्य प्रसाधनों में जमकर प्रयोग करती है।
नींबू
नींबू विटामिन-सी तथा मिनरल का स्त्रोत माना जाता है। सौंदर्य सामग्री के तौर पर नींबू को कई प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है। नींबू को पानी मिलाकर ही प्रयोग में लाना चाहिए अन्यथा इससे त्वचा को नुकसान भी हो सकता है। नींबू के गाढ़े घोल के प्रयोग से बचना चाहिए। हालांकि घुटनों-कोहनियों में नींबू के छिलकों को सीधे रगड़कर बाद में पानी से धोया जा सकता है। नींबू के लगातार प्रयोग से त्वचा साफ तथा गोरी बन जाती है तथा रंगत में निखार आता है।
नींबू को हैंडलोशन की तरह भी प्रयोग में लाया जा सकता है। हल्के नींबू रस को गुलाब जल में मिलाकर हाथों की त्वचा से मलिए। खुरदरे हाथों के लिए नींबू जूस तथा दानेदार चीनी के मिश्रण को हाथों की त्वचा पर तबतक मलिए जबतक चीनी पूरी तरह घुल न जाए तथा उसके थोड़ी देर बाद हाथों को ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए। इस मिश्रण के लगातार उपयोग से हाथों की त्वचा मुलायम होती है तथा त्वचा में निखार आता है।
बालों को चमकीला तथा मुलायम बनाने के लिए नींबू रस को टी वाटर में मिश्रित करके बाल धोने के लिए उपयोग में लाएं। उबली हुई चाय पत्तियों को पर्याप्त पानी में उबालकर इस द्रव्य रस को ठण्डा होने दें। इस ठण्डे द्रव्य में नींबू रस मिलाकर इससे बाल धोने से बाल मुलायम तथा चमकले बनते हैं। नींबू के छिलकों को सुखाकर इसका पाउडर बनाकर इसे फेसपैक तथा स्क्रब में प्रयोग किया जा सकता है।
पका पपीता
अनेक विशिष्ट गुणों से परिपूर्ण होने के कारण पपीते को फरिश्तों का खाना भी कहा जाता है। पपीता विटामिन ए, बी, जी, पोटाशियम, काॅपर, मैगनिशियम से परिपूर्ण एंटी आक्सीडैंट होता है। पपीते में पपेन नामक एनजाईम विद्यमान होता है जो त्वचा की मृतक कोशिकाओं को मुलायम तथा हटाने में मददगार साबित होता है। इससे त्वचा चमकीली तथा निर्मल बन जाती है। पपीते के नियमित सेवन से त्वचा की रंगत में निखार आता है। पके पपीते के गुदे को चेहरे पर लगाया जा सकता है। पपीते के गुदे को जैई के आटे, दही तथा शहद से मिलाकर फेस मास्क तैयार किया जाता है। इस फेस मास्क को चेहरे पर लगाने के 20-30 मिनट बाद चेहरे को ताजा पानी से धो डालिए। पपीते के गुदे को दही में मिलाकर इसे शरीर पर भी लगाया जा सकता है।
केला
केले को पोषाहार तथा स्वास्थ्य लाभ के लिहाज से सबसे लोकप्रिय फल माना जाता है। केला पोटाशियम तथा विटामिन-सी का सबसे मूल्यवान स्रोत माना जाता है। केला त्वचा तथा बालों दोनों के सौंदर्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। केले में विद्यमान पोटाशियम तत्व बालों तथा त्वचा दोनों को मुलायम बनाते हैं। केले का गुदा बनाकर इसे फेस तथा हेयर पैक दोनों में प्रयोग में लाया जा सकता है। बार-बार बालों के रंगने से अन्य रसायनिक उपचारों से बालों को पहुंची क्षति से उबारने में केला अहम भूमिका निभाता है। केले का गुदा या लुगदी को पैक की तरह चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए। केले की लुगदी में अण्डे का पीला भाग या दही मिलाने से इसे हेयर पैक की तरह प्रयोग किया जा सकता है।
यदि आपके बाल अत्याधिक शुष्क हों तो एक चम्मच शुद्ध ग्लिसरिन या शहद को केले के पैक में मिलाएंं। केले के हेयर पैक में बादाम तेल भी मिलाया जा सकता है।
सेब
सेब अनगिनत तरह स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। एक प्राचीन लोकोक्ति के अनुसार प्रतिदिन सेब के सेवन से वैद्य घर के दरवाजे से कोसों मील दूर रहते हैं। सेब में विटामिन-सी, बी-6, रिवोफलोवन, पोटाशियम, तांबा, मग्नीशियम जैसे पोषाहार तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। सेब में फिटोन्यू टैन्टस तथा फलैवोनोस्डज पोषाहार तत्व मौजूद होते हैं।
सेब में पेक्टिन पाई जाती है जोकि संवेदनशील त्वचा के लिए काफी सहायक मानी जाती है। सेब ”स्किन टोनर” माने जाते हैं जोकि त्वचा को मजबूत बनाने तथा रक्त संचार में अहम भूमिका अदा करते है। सेब में एंटी अक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो कि त्वचा में आक्सीडेशन हानि रोकने में प्रभावी भूमिका अदा करते हैं। जिससे त्वचा की झुर्रियों को रोकने में मदद मिली है तथा बुढ़ापे को रोका जा सकता है। सेब में फ्रूट एसिड विद्यमान होते हैं जो त्वचा को साफ करने में अहम भूमिका अदा करते हैं तथा मृतक त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मददगार साबित होते हैं। इससे त्वचा में चमक आती है तथा त्वचा पर काले धब्बे मिटाने में मददगार साबित होते हैं।
कच्चे सेब की लुगदी तथा सेब के जूस के प्रतिदिन त्वचा पर 20 मिनट तक लगाकर इसे ताजा पानी से धो डालिए। सेब को पीसकर इसे फेस मास्क में सम्मलित किया जा सकता है। जेई को दही, शहद तथा सेब की लुगदी में मिलाकर पेस्ट बना लीजिए। इस मिश्रण को चेहरे पर 20-30 मिनट तक लगाने के बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए।
एपल सिडार विनैगर बालों की रूसी के उपचार में काफी प्रभावी साबित होता है तथा बालों में चमक लाता है। बालों में शैम्पू के बाद एक मग पानी में 2 चम्मच एपल सिंडार विनैगर का मिश्रण करके इसे बालों को अन्तिम धुलाई के तौर पर प्रयोग कीजिए। प्रतिदिन एक सेब के आहार से सौदर्य समस्याओं का काफी हद तक समाधान हो जाता है।
(लेखिका ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ हैं।)
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