पहले से घाटा सह रहे व्यापारियों ने कहा- गार्डन और स्कूल का किराया देने की क्षमता नहीं
इन्दौर। प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी कल से खुेलगी या नहीं यह आज तय होगा। वहीं मंडी के फल व्यापारियों ने वैकल्पिक स्थान के तौर पर तेजाजी नगर ब्रिज के नीचे के बोगदों में व्यापार शुरू कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि वह लॉकडाउन के कारण पहले से ही भारी घाटा सह चुके हैं। अब गार्डन या स्कूल का किराया देने की उनकी क्षमता नहीं है।
विशेष शर्तों के आधार पर चोइथराम मंडी को खोला गया था, मगर यहां मंडी खुलते ही नियम-कायदों की जमकर धज्जियां उड़ीं। लिहाजा भीड़ बढऩे और कोरोना वायरस के संक्रमण के यहां से फैलने की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने मंडी को बंद करा दिया। आदेश के अनुसार आज भी मंडी बंद रहेगी और कल खुलेगी या नहीं इसका निर्णय आज लिया जाएगा। हालांकि यहां के व्यापारियों ने वैकल्पिक स्थान पर व्यापार शुरू कर दिया है। मंडी के फल व्यापारियों का नया ठिकाना तेजाजी नगर ब्रिज के बोगदे बन गए हैं। अधिकांश व्यापारी बोगदे के नीचे से ही व्यापार कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि गार्डन और स्कूल वालों का हर माह का किराया लाखों रुपए है, जिसे वहन करना उनकी क्षमता के बाहर है।
सब्जी व्यापारियों ने रीजनल पार्क की सड़क थामी
इधर चोइथराम सब्जी मंडी में खेरची व्यापारियों का काम भी लगभग तीन माह से बंद है। प्र्रशासन ने इन्हें मंडी के अंदर व्यापार करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। आगे भी इसकी संभावना कम है। लिहाजा रोटी-रोटी की तलाश में इन खेरची व्यापारियों का ठिकाना रीनजल पार्क की सड़क हो गई है। सुबह से शाम तक यहां खेरची व्यापारी ठेला लगाकर काम कर रहे हैं।
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