इंदौर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) ने कल एक आदेश जारी कर 45 साल से कम उम्र के फ्रंट लाइन वर्कर (Front Line Worker) को वैक्सीन (Vaccine) लगाने से मना कर दिया है। अपर संचालक डॉ. संतोष शुक्ला (Dr. Santosh Shukla) ने कोविड-19 वैक्सीनेशन (Vaccination) की गाइड लाइन (Guide Line) का कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा है। आदेश में कहा गया है कि 1 जनवरी 1977 से पहले जन्म नागरिकों का ही टीकाकरण किया जाए। यानि 45 वर्ष से कम उम्र की आयु के किसी भी व्यक्ति को अब टीका नहीं लग सकेगा। 3 अप्रैल से इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन आदेश कल भोपाल से जारी हुआ। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से इसके साथ ही सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 45 वर्ष से कम आयु वर्ग के किसी भी व्यक्ति को टीका लगाया जाता है तो वैक्सीनेशन सेंटर पर कार्यरत टीम चाहे वे शासकीय हो या निजी, उन पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। आदेश में लिखा है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (Chief Medical and Health Officer) द्वारा शासकीय कर्मचारी का निलंबन और प्राइवेट संस्था का पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही भी की जाए। टीका केवल उन्हीं को लगाया जा सकेगा, जिन्होंने 3 अप्रैल के पहले अपना रजिस्ट्रेशन (Registration) करवा लिया था। इसके साथ ही 45 साल से कम उम्र के जिन लोगों को कोविशील्ड (covishield) का पहला डोज लग गया है, उन्हें 8 सप्ताह के पूर्व वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाए। वहीं स्वास्थ्य, गृह, राजस्व, पंचायत, नगर निगम और चुनाव आयोग के जो लोग दूसरा टीका लगने से वंचित रह गए हैं, उन्हें फिर से जानकारी देकर टीका लगवाने के लिए बुलाया जाए।
106 सैम्पल किसी काम के नहीं निकले, अब फिर से होगी टेस्टिंग
कल जांचे गए 5853 सैम्पलों में से 106 सैम्पल खारिज हो गए हैं। यानि वे जांच के काबिल नहीं निकले। अब इनकी एक बार फिर से जांच की जाएगी। जिन लोगों के ये सैम्पल है, उन्हें फिर से सैम्पल कलेक्शन के लिए बुलाया जाएगा। कल की जांच में 31 मरीज फिर से पॉजिटिव निकले हैं।
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