नई दिल्ली: सीमा हैदर मामले की जांच कर रही इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की नजर भारत-नेपाल सीमा पर सक्रिय ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग पर है. IB की टीम ये पता लगाने में जुटी हुई है कि सीमा हैदर ने भारत में आने के लिए क्या ऐसे किसी ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग की मदद ली थी.
ईबी के लिए ये पहेली बनी हुई है कि पाकिस्तान में रहते हुए सीमा हैदर को ये कैसे पता चला कि भारत मे नेपाल के किस पॉइंट से दाखिल होने पर SSB को चकमा दिया जाया जा सकता है. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, ऐसा लगता है कि सीमा ने बकायदा पूरी तैयारी के साथ अपना ड्रेसअप इस तरीके से किया था कि वह ग्रामीण भारतीय महिला लगे, ना की बाहर के देश की महिला.
ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट की महिलाएं इसी तरह करती हैं बॉर्डर क्रॉस
जांच एजेंसियों के मुताबिक, ऐसा ही तरीका ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट में शामिल महिलाएं भारत नेपाल सीमा पार करने में इस्तेमाल करती हैं. इसके अलावा, जिस धाराप्रवाह भाषा में सीमा लगातार बात कर रही है उससे भी ये शक गहरा गया है कि क्या उसे बॉर्डर पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए किसी ने ट्रेनिंग दी थी.
सीमा हैदर से पूछताछ कर रही एटीएस
वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने लगातार 17 और 18 जुलाई को लगातार दो दिन सीमा हैदर से पूछताछ की. एटीएस सीमा के भारतीय प्रेमी सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल सिंह से भी पूछताछ कर रही है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एटीएस की पूछताछ प्रक्रिया के बारे में बताते हुए, एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के बाद सीमा और सचिन को गिरफ्तार किया जा सकता है या नहीं, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील मामले में पूछताछ के नतीजे पर निर्भर करेगा. स्थानीय पुलिस विदेशी अधिनियम के तहत दर्ज मामले की अलग से जांच कर रही है और अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है.
सीमा मई महीने में अपने चार बच्चों के साथ वाया नेपाल भारत आई थी. उसका दावा है कि वह सचिन से प्यार करती है और उससे शादी करने के लिए ही वह भारत आई. यहां आने के बाद वह उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहने लगी. दोनों की 2019 में ऑनलाइन गेम पबजी पर मुलाकात हुई थी. 4 जुलाई को सीमा के भारत में अवैध प्रवेश की जानकारी मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. उसके साथ सचिन और नेत्रपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, कुछ दिन बाद ही तीनों को जमानत दे दी गई थी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved