इंदौर। शहर में कोरोना (corona) से बचाव के लिए वैक्सीनेशन (vaccination) पर काफी जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में आज से शहर (City) में चलने वाली एआईसीटीएसएल (AICTSL) की सभी सिटी और आई-बसों (i-buses) और इंटरसिटी व इंटरस्टेट (Intercity and Interstate) बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रोको-टोको अभियान के तहत वैक्सीन का फाइनल सर्टिफिकेट (Vaccine final certificate) जरूरी किया गया है। सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही यात्रियों (passengers) को बसों में प्रवेश दिया जा रहा है। जिन लोगों ने टिका नहीं लगवाया है, उन्हें टिका लगवाने की समझाइश दी जा रही है। जल्द ही ऐसे यात्रियों (passengers) पर रोक लगाए जाने की भी तैयारी की जा रही है। एआईसीटीएसएल के अधिकारियों ने बताया कि शहर में चलने वाली सिटी, आई-बसों और इंटरसिटी बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए आज से ही यह नियम लागू किया गया है। इसका उद्देश्य है कि सभी लोग कोरोना (corona) से बचाव के लिए वैक्सीन के दोनों डोज अनिवार्य रूप से लें और शहर में 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो। इसके लिए सभी बसों में प्रवेश से पहले यात्रियों से वैक्सीन का सर्टिफिकेट (certificate) दिखाने को कहा जा रहा है।
सर्टिफिकेट देखने के बाद दिया प्रवेश –
बसों में सफर के लिए सुबह जब यात्री पहुंचे तो बस स्टाफ द्वारा उनसे वैक्सीन का फाइनल सर्टिफिकेट मांगा गया। ज्यादातर लोगों ने मोबाइल में सर्टिफिकेट दिखाया और बसों में प्रवेश लिया।
कुछ ऐसे भी जिन्होंने टिका लगवा लिया पर सर्टिफिकेट पास नहीं –
आज इस अभियान में ऐसे कई लोग मिले जिनका कहना था कि वो वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं लेकिन उनके पास सर्टिफिकेट नहीं है। कुछ ने कहा कि उनके पास स्मार्टफोन नहीं है। ऐसे लोगों के मोबाइल के मैसेज में बस स्टाफ ने वैक्सीनेशन का मैसेज चेक किया। लोगों से ये भी कहा कि हो सके तो सर्टिफिकेट का पेपर साथ रखें।
रोजाना सवा दो लाख से ज्यादा यात्री करते हैं सफर –
एआईसीटीएसएल की प्रवक्ता माला सिंह ठाकुर ने बताया कि शहर में एआईसीटीएसएल की 400 से ज्यादा बसें चलती हैं जिनमें रोजाना सवा दो लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। इस अभियान से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जल्द ही इसे लेकर जिला प्रशासन सख्त नियम भी लागू कर सकता है, जिसके बाद सिर्फ फूली वैक्सीनेटेड लोग ही बसों में सफर कर पाएंगे।
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