नई दिल्ली: मार्च का महीना खत्म होने को है और अप्रैल शुरू होने वाला है. अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल (April) साल का चौथा महीना है. वहीं हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) के हिसाब से देखा जाए तो अभी चैत्र का महीना चल रहा है, जो हिंदू नववर्ष (Hindu New Year) का पहला महीना माना जाता है. अप्रैल का महीना ज्योतिष के लिहाज से बहुत खास माना जा रहा है क्योंकि इस महीने में चतुर्थी, एकादशी व्रत और प्रदोष व्रत के अलावा नवरात्रि, गुड़ी पड़वा, राम नवमी, बैशाखी, हनुमान जयंती, गणगौर जैसे पर्व आने वाले हैं. इसके अलावा ये महीना अमावस्या तिथि के साथ शुरू होगा और अमावस्या पर ही खत्म होगा. यहां जानिए इस महीने के सभी व्रत और त्योहारों के बारे में.
अप्रैल के महीने में आने वाले व्रत और त्योहार
01 अप्रैल : चैत्र अमावस्या, अप्रैल फूल दिवस 02 अप्रैल : चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा 03 अप्रैल : रमजान उपवास शुरू, झूलेलाल जयंती 04 अप्रैल : सोमवार व्रत, गणगौर पूजा, मत्स्य जयंती 05 अप्रैल : वरद चतुर्थी, बाबू जगजीवन राम जयंती 06 अप्रैल : रोहिणी व्रत 07 अप्रैल : यमुना छठ, विश्व स्वास्थ्य दिवस 09 अप्रैल : अशोक अष्टमी, दुर्गाष्टमी व्रत 10 अप्रैल : पाम संडे, श्री महातारा जयंती, स्वामीनारायण जयंती, राम नवमी 12 अप्रैल : कामदा एकादशी 14 अप्रैल : प्रदोष व्रत, मेष संक्रांति, महावीर जयंती, बैसाखी, आंबेडकर जयंती 15 अप्रैल : गुड फ़्राइडे 16 अप्रैल : पूर्णिमा व्रत, हनुमान जयंती 17 अप्रैल : ईस्टर 19 अप्रैल : संकष्टी गणेश चतुर्थी, अंगारकी चतुर्थी 22 अप्रैल : पृथ्वी दिवस 23 अप्रैल : कालाष्टमी 26 अप्रैल : वल्लभाचार्य जयंती, वरुथिनी एकादशी 28 अप्रैल : प्रदोष व्रत 29 अप्रैल : मासिक शिवरात्रि, जमात-उल-विदा 30 अप्रैल : अमावस्या
अमावस्या
अप्रैल के महीने की शुरुआत चैत्र अमावस्या से होगी और समापन बैसाख अमावस्या से होगा. अमावस्या तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. ये तिथि पितरों के निमित्त किसी भी कार्य को करने के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है. 02 अप्रैल को गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जाएगा. इसी दिन से माता के विशेष पूजन के दिन नवरात्रि की शुरुआत होगी. गुड़ी पड़वा हिन्दू नववर्ष के आरंभ की खुशी में मनाया जाता है.
झूलेलाल जयंती
03 अप्रैल 2022 को झूलेलाल जयंती मनाई जाएगी. ये सिंधी समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है. इस त्योहार के साथ ही सिंधी नव वर्ष की शुरुआत होती है. इसे सिंधी समाज के लोग भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं. 10 अप्रैल को राम नवमी का त्योहार मनाया जाएगा. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम ने धरती पर जन्म लिया था. इसे श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है.
हनुमान जयंती और पूर्णिमा
16 अप्रैल को चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि है, साथ ही हनुमान जयंती भी है. कुछ लोग इस दिन को हनुमान जी के जन्म दिन के तौर पर मनाते हैं, वहीं कई स्थानों पर हनुमान जयंती कार्तिक माह में भी मनाई जाती है.
एकादशी व्रत
महीने के दो एकादशी व्रत 12 अप्रैल और 26 अप्रैल को हैं. 12 अप्रैल को कामदा एकादशी और 26 अप्रैल को वरुथिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा. एकादशी व्रत को शास्त्रों में श्रेष्ठ और मुक्ति दिलाने वाला माना गया है.
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