
भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम मां नर्मदा परिक्रमा यात्रा शुरू कर रहा है। 14 जनवरी से इसकी शुरुआत हो रही है। मप्र पर्यटन निगम का यह पैकेज बस, टेम्पो ट्रेवलर, एवं कार के लिए तैयार किया गया है। जबलपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक केएल पटैल ने बताया कि जो भी श्रद्धालु यात्रा में शामिल होना चाहते हैं वे बुकिंग एवं परिक्रमा के संबंध में जानकारी क्षेत्रीय कार्यालय से हासिल कर सकते हैं। मप्र पर्यटन के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों एवं मार्केटिंग कार्यालयों से भी बुकिंग की जा सकेगी। पटेल ने नर्मदा परिक्रमा यात्रा के संबंध में बताया कि निगम द्वारा यह पैकेज 14 रात एवं 15 दिवस का बनाया गया है। जिसमें पैकेज परिक्रमा यात्रियों की संख्या के हिसाब से संचालित होगा। इसमें शासकीय कोविड नियमों का पालन करते हुए पैकेज का संचालन किया जाएगा।
यात्रियों के लिए टीकाकरण के दोनों डोज लगे होना अनिवार्य है। नर्मदा की परिक्रमा विजयादशमी से प्रारंभ होकर अक्षय तृतीया (माह अक्टूबर से मई) तक की जाती है। नर्मदा परिक्रमा अमरकंटक में माई कि बगिया से पूजन उपरांत दक्षिण तट कि परिक्रमा प्रारंभ होती है। अत: अमरकंटक के बाद हंडिया ओंकारेश्वर, बड़वानी, प्रकाशा, राजपीपला, अंकलेश्वर, हंसौड (कटपोर) होते हुए वम्लेश्वर महादेव पहुंचकर समुद्री मार्ग द्वारा बोट से मीठी तलाई (अरब सागर) जहां पर नर्मदा का संगम है जो कि धार्मिक मान्यता अनुसार नर्मदा के चरण स्थल हैं। परिक्रमा करते हुए मीठी तलाई पहुंचकर दक्षिण तट की परिक्रमा पूर्ण होती है एवं उत्तरी तट कि परिक्रमा प्रारंभ होती है। उत्तरी तट कि परिक्रमा प्रारंभ करते हुए मीठी तलाई से भरुंच होते हुए नारेश्वर, झाबुआ, मांडू, महेश्वर, मंडलेश्वर, बड़वाह, नेमावर, बुधनी, बाड़ी बरेली, बरमान घाट, जबलपुर, जोगी टिकरिया, राजेंद्र ग्राम होते हुए अमरकंटक के उत्तरी तट से प्रवेश करते हुए पुन: माई कि बगिया पहुंचकर परिक्रमा पूर्ण होती है।