इंदौर। फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले के खुलासे के बाद एक और जानकारी अधिकारियों के हाथ लगी है। जाति प्रमाण पत्र हो, आयुष्मान कार्ड बनाना हो, राशन कार्ड हो या समग्र आईडी, सोशल मीडिया पर सबके रेट तय है। खुलेआम इंस्टाग्राम और वाट्सऐप के माध्यम से लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है और फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर दिए जा रहे हैं, जिसके नाम पर मोटी रकम भी वसूली जा रही है।
जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान, गुमास्ता, राशन कार्ड, समग्र आईडी, मूल निवासी प्रमाण पत्र जैसे सरकारी दस्तावेज अब सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर बनाए जा रहे हैं। इसके लिए 2000 से लेकर 20 हजार तक रेट तय किए गए हैं। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामलों के खुलासे के बाद अधिकारियों के समक्ष पहुंच रही शिकायतों में इस बात का खुलासा हुआ है। इंस्टाग्राम और वाट्सऐप के माध्यम से रेटलिस्ट भेजी जा रही है। इन विज्ञापनों में प्रशासन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाना सामने आ रहा है। वाट्सऐप मैसेज के अनुसार रिकार्ड नहीं होने के बावजूद भी प्रमाण पत्र बनाकर दिए जा रहे हैं। इंदौर के बाहर के निवासियों को प्रमाणित समग्र आईडी व जाति प्रमाण पत्र बनाकर दिए जाने का दावा किया जा रहा है।
कलेक्टर करेंगे कार्रवाई
ज्ञात हो कि हाल ही में मल्हारगंज, राऊ, जूनी इंदौर तहसील में बड़ी तादाद में फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया था, जिसके बाद कलेक्टर कार्यालय में तैनात आपरेटरों को शक के दायरे में लेकर पूछताछ की गई थी, जिसमें आउटसोर्स कम्पनियों के आपरेटरों के नाम उजागर भी हुए हैं। सोशल मीडिया पर चल रहे इस तरह के विज्ञापन के मामले भी कलेक्टर के संज्ञान मेंं लाए गए हैं, जिस पर अब कार्रवाई की जाएगी।
विभागों में चक्कर… यहां 2 घंटे में मिलते हैं दस्तावेज
जिन विभागों में बीपीएल राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र बनवाने में आम आवेदकों की चप्पलें घिस जाती है। उन्हीं विभागों से आय, मूल निवासी, गुमास्ता, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज जहां 2 घंटे में मिलने का दावा किया गया है, वहीं रिकॉर्ड नहीं मिलने के बाबजूद भी जाति प्रमाण पत्र बनाने का प्रलोभन इस मैसेज में दिया गया है। अब अधिकारी इन लोगों की तलाश में लग गए हैं।
कई और मामले होंगे उजागर
कलेक्टर कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र के घोटाले के मामले में अभी एक सरगना सुमित जैन व तीन ऑपरेटर के ही नाम सामने आए हैं, लेकिन माना जा रहा है कि यहां के कुछ और ऑपरेटर के इसमें शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। तहसीलदार की जांच रिपोर्ट आज शाम तक एसडीएम कार्यालय पहुंच जाएगी और मल्हारगंज एसडीएम इस मामले में कल आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे।
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