उज्जैन। संस्था परिवर्तन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया गया। इस दौरान पुराने मित्र मिले और जीवन के संस्मरण एक दूसरे से साझा किए। कार्यक्रम में साठ साल से अधिक पुराने मित्रों का मिलन हुआ। कार्यक्रम में सार्वभौम मानव विकास संस्थान के अध्यक्ष आचार्य शैलेंद्र पाराशर ने कहा कि मानव समाज का निर्माण संबंधों से होता है। मित्रता के निश्छल संबंधों में शर्त-स्वार्थ एवं अपेक्षा नहीं रहती है। मित्रता मूल्यों, मानसिकता,विचार, मनोवृत्ति एवं मन से होती है। मित्रता के संबंधों से खुशी, प्रसन्नता ,सुख,विश्वास एवं अपनत्व की अनुभूति होती है। मित्रता से अकेलेपन का एहसास नहीं होता है। परिवर्तन संस्था द्वारा आयोजित मित्रता दिवस के कार्यक्रम में मित्र मंडली में मित्रता के अनुभवों, उदाहरणों एवं काव्यात्मक अभिव्यक्ति के साथ सोल्लास व्यक्त किए।
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