पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक निजी बातचीत में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को जोकर के रूप में संदर्भित किया। फ्रांस की एक पत्रिका ली केनार्ड ने इस बात की पुष्टि की है। पत्रिका के अनुसार जॉनसन के द्वारा चिट्ठी भेजे जाने से नाराज मैक्रों ने गुस्से में आकर यह बात कही। मैक्रों यही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री के व्यवहार को अशिष्ट बताया।
जानिए चिट्ठी पर क्यों हुआ विवाद
यह प्रतिक्रिया तब आई जब पिछले बुधवार को चैनल में एक शरणार्थी नाव के डूबने के के बारे में दोनों नेताओं के बीच फोन पर बात हुई। इसके बाद मैक्रों ने जॉनसन के व्यवहार के बारे में शिकायत की। हालांकि इससे भी बड़ी वजह वह चिट्ठी मानी जा रही है जो कि ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के द्वारा फ्रांस के राष्ट्रपति को भेजी गई थी।
दरअसल, इस चिट्ठी में जॉनसन ने जॉइंट पेट्रोलिंग कराए जाने की बात कही थी ताकि फ्रांसीसी समुद्री तटों से आने वाली नावों पर प्रतिबंध लगाया जा सके। उनकी इसी बात को फ्रांस ने ‘अस्वीकार्य’ बताया है। फ्रांस का कहना है, ‘हम ब्रिटिश प्रधानमंत्री की सार्वजनिक चिट्ठी को अस्वीकार करते हैं और इसे मंत्रियों के बीच होने वाली चर्चा के विपरीत मानते हैं। इस चिट्ठी के बाद से ही विवाद और गहरा गया।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति हो गए थे नाराज
जॉनसन द्वारा चैनल क्रॉसिंग के मुद्दे से निपटने के लिए पांच-सूत्रीय योजना की रूपरेखा वाले एक पत्र को ट्वीट करने के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति नाराज हो गए थे। मैक्रों ने ट्वीट के बाद शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैंने दो दिन पहले प्रधानमंत्री जॉनसन के साथ गंभीरता से बात की थी।
मेरे हिस्से के लिए मैं ऐसा करना जारी रखता हूं, जैसा कि मैं सभी देशों और सभी नेताओं के साथ करता हूं। मैं तरीकों से हैरान हूं जब ब्रिटिश पीएम गंभीर नहीं हैं। हम इन मुद्दों पर एक नेता से दूसरे नेता को ट्वीट और पत्रों के माध्यम से संवाद नहीं करते हैं जिन्हें हम सार्वजनिक करते हैं।
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