मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस ने गुरुवार को कहा कि कोरोनावायरस की चिंताओं के कारण उनकी फ्रेंच ओपन में खेलने की संभावना नहीं है।
किर्गियोस, जिन्होंने रविवार को यूएस ओपन से अपनी वापसी की घोषणा की, ने कहा कि उन्होंने खेल में वापसी करने के लिए सब सुरक्षित होने तक इंतजार करने की योजना बनाई है।
किर्गियोस ने एक समाचार चैनल को बताया, “मेरी यूरोप में खेलने की संभावनाएं काफी कम हैं। ईमानदारी से कहूं तो लगभग कोई संभावना नहीं है।”
उन्होंने कहा, “मैं घर में रहकर, ट्रेनिंग करके, अपने दोस्तों के साथ इस समय का उपयोग करने जा रहा हूं। मैं बस जिम्मेदारी से काम करने जा रहा हूं, और जब तक मुझे यह नहीं लगता कि खेलने के लिए बेहतर परिस्थितियां हैं, तब तक प्रतीक्षा करें।”
किर्गियोस फ्रेंच ओपन के ज्यादा बड़े प्रशंसक नहीं हैं और पिछले साल उन्होंने बीमारी का हवाला देकर इस टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि फ्रेंच ओपन “बेकार” है।
इससे पहले 13 अगस्त से शुरू होने वाले यूएस ओपन से भी कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते बड़े – बड़े खिलाड़ियों ने अपना नाम इससे वापस ले लिया है। इन खिलाड़ियों में दुनिया की नंबर एक ऐश बार्टी और राफेल नडाल सबसे बड़े नाम हैं।
किर्गियोस ने कहा कि यूएस ओपन से नाम वापस लेना उनके लिए एक आसान निर्णय था।
उन्होंने कहा, ” मेरे विचार में वहां चल रहे आंदोलन, विरोध और बाकी चीजों के साथ भी खेल को आगे बढ़ाने का यह सही समय नहीं है।
मेलबर्न में कोरोनावायरस के नए मामले आने के बाद इस चीज पर भी सवाल उठने लगे हैं कि ऑस्ट्रेलियन ओपन को जनवरी में आयोजित किया जाएगा या नहीं।
इस पर किर्गियोस ने कहा, “मैंने आज ही रेडियो पर सुना कि 700 नए मामले सामने आए हैं, हम मौतों के मामलों में भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलियन ओपन हो पाएगा।” (एजेन्सी, हि.स.)
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