इंदौर (Indore)। भारत जोड़ो यात्रा (India Jodo Yatra) से फ्री हुए दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) अब फिर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होने जा रहे हैं। वे कांग्रेस की मैदानी तैयारियों का जायजा लेने निकलेंगे और पहले दौर में भाजपा की सीटों और कम वोटों से हारी हुईं सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठकें लेंगे।
फिलहाल कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो, गांधी चौपाल जैसे अभियान के माध्यम से अपने आपको सक्रिय करने में लगी हुई है, लेकिन मैदानी हकीकत कुछ और नजर आ रही है। इंदौर, भोपाल और खंडवा जैसे शहरों में अध्यक्ष के नहीं होने के कारण सारे अभियान ठप पड़े हुए हैं या केवल औपचारिकता बनकर रह गए हैं। करीब 8 महीने से भारत जोड़ो यात्रा में लगे राज्यसभा सदस्य और महासचिव दिग्विजयसिंह प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों से एक तरह से दूर ही थे। अब वे मैदान में उतरने का मन बना चुके हैं। इसी को लेकर उन्होंने अपने दौरे तैयार किए हैं। सूत्रों के अनुसार वे सबसे पहले कांग्रेस की हारी हुईं सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और वहां संगठन की गतिविधियों को बढ़ाएंगे। इसके साथ ही जहां कम वोटों से कांग्रेस हारी हुई है, उन सीटों पर भी ध्यान लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत भोपाल से की जा रही है। बैठक में मंडलम, सेक्टर के कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। दिग्गी इनसे वन टू वन चर्चा भी करेंगे, ताकि वास्तविक स्थिति पता की जा सके।
कांग्रेस नेता के यहां शादी में बड़े नेताओं को घेरे रहे गोलू-बाकलीवाल
इंदौर। कल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राजेश चौकसे के बेटे की शादी में बायपास स्थित एक गार्डन में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का जमावड़ा रहा। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद के होल्ड पर होने और जल्द फैसला होने के कारण गोलू अग्रिहोत्री और विनय बाकलीवाल बड़े नेताओं के आसपास ही मंडराते दिखाई दिए। बागड़ी नजर नहीं आए। कांग्रेस के बड़े नेताओं की मौजूदगी के कारण देर रात तक स्थानीय कांग्रेस नेता भी उन्हें घेरे रहे। शादी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्वमंत्री मुकेश नायक, सज्जनसिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक रवि जोशी, विपिन वानखेड़े, संजय शुक्ला, विशाल पटेल तो मौजूद रहे ही, वहीं रात में कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट, रमेश मेंदोला भी पहुंचे थे।
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