प्योंगयांग / सियोल (Pyongyang / Seoul)। दक्षिण कोरिया व अमेरिका (South Korea and America) के बीच चल रहा संयुक्त सैन्य अभ्यास (joint military exercise) उत्तर कोरिया (North Korea) को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल दागकर इस सैन्य अभ्यास को लेकर विरोध दर्ज करा रहा है। एक बार फिर उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल दाग कर दक्षिण कोरिया को चुनौती दी है।
दक्षिण कोरिया व अमेरिका की सेनाएं इस समय संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रही हैं। 13 मार्च से शुरू यह सैन्य अभ्यास 23 मार्च तक चलेगा। उत्तर कोरिया इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का विरोध कर रहा है। यही कारण है कि सैन्य अभ्यास शुरू होने के बाद से उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल दाग कर अपनी ताकत दिखा रहा है। सैन्य अभ्यास शुरू होने के तुरंत बाद उत्तर कोरिया ने दो क्रूज मिसाइलें दागी थीं। इसके बाद दो छोटी दूरी की मिसाइल दागकर उत्तर कोरिया ने चुनौती दी थी। अब गुरुवार सुबह उत्तर कोरिया ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागी।दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक प्योंगयांग से बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी समुद्री जल क्षेत्र की ओर उड़ी। जापानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल जापान के द्वीप से 250 किमी दूर गिरी। इससे पहले इसने लगभग 70 मिनट तक 6,000 किमी से अधिक की ऊंचाई पर लगभग 1,000 किलोमीटर तक उड़ान भरी।
दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि मिसाइल दागने की घटना संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के खिलाफ है। साथ ही चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया को इस उकसावे की कीमत चुकानी पड़ेगी। दक्षिण कोरिया ने जापान और अमेरिका के साथ मजबूत सुरक्षा सहयोग का आह्वान भी किया है।
माना जा रहा है कि जापान और दक्षिण कोरिया मिसाइल परीक्षण के बाद यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग कर सकते हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल जापान के दौरे पर जा रहे हैं। वह टोक्यो में एक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके अलावा उत्तर कोरिया और अन्य चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए बेहतर सहयोग पर चर्चा करेंगे।