भोपाल। सेना में भर्ती होने के लिए मेडिकल में फैल होने वाले अभ्यर्थी के स्थान पर रीमेडिकल कराने पहुंचे युवक को सेना के अधिकारियों ने धर दबोचा। इतना ही नहीं जो सेना में भर्ती का मूल अभ्यर्थी था, वह मथुरा का रहने वाला है। मथुरा भागने के लिए वह बैरागढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचा था, जहां ट्रेन के इंतजार में छिपकर बैठाथा, जिसे बैरागढ़ पुलस ने पकड़ लिया। दोनों युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। बैरागढ़ पुलिस के अनुसार देव कुमार जाट पुत्र जगदीश जाट (19) उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के ग्राम दोंडिया पोस्ट नगला थाना बलदेव का रहने वाला है। बीते दिनों उसने सेना में भर्ती होने के लिए फि जिकल और मेडिकल परीक्षा दी थी। मेडिकल में आंखों की रोशनी को लेकर सेना के अधिकारियों ने उसे अनफि ट घोषित करते हुए बैरागढ़ स्थित 3 ईएमई सेंटर में स्थित आर्मी अस्पताल में शनिवार को दोना वरिष्ठ चिकित्सकों से मेडिकल कराने के लिए बुलाया था। देव को पता था कि वह रीमेडिकल में भी अनफि ट हो जाएगा, इसलिए उसने अपने साथ मेडिकल कराने के लिए दोस्त कुमेंद्र सिह पिता किशन सिह (19) निवासी छोटी पार्टी मंगरोल गुजर आगरा को लाया था। हालांकि यह खुलासा नहीं हो सका है कि कुमेंद्र दोस्ती की वजह से परीक्षा देने आया या साल्वर बनकर।
सागर में हुआ था फि जिकल
देव ने सेना के महार रेजीमेंट सागर में भर्ती के दौरान फि जिकल में सिलेक्ट हुआ था। शनिवार को देव अस्पताल परिसर में लगी बायोमैट्रिक मशीन एवं अस्पताल की सील अपने हाथ पर लगाकर अस्पताल मे प्रवेश किया और नेत्र परीक्षण की कतार में बैठा। कुछ देर बाद वह अपने स्थान पर दोस्त कुमेंद्र को कतार में बैठाकर आर्मी परिसर से बाहर चला गया। अधिकारियों ने जांच में पाया कि उक्त अभ्यर्थी के हाथ में सील नहीं लगी है, इसके बाद पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में युवक ने अपना नाम कुमेंद्र सिंह निवासी आगरा बताया। फि र सेना के अधिकारियों ने बैरागढ़ थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराकर कुमेंद्र को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसके साथी देव को भी बैरागढ़ रेलवे स्टेशन से उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह मथुरा भागने की फि राक में रेल का इंतजार कर रहा था।
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