नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि नवंबर 2019 में वुहान में संक्रमण का पहली बार पता चलने के बाद से दुनिया में चार प्रकार के कोरोनावायरस (Corona Virus) आ चुके हैं। संगठन ने कहा कि महामारी की शुरुआत के बाद से उन्हें असामान्य सार्वजनिक स्वास्थ्य (unusual public health) आयोजनों की कई रिपोर्टें मिली हैं जो संभवत कोरोनावायरस वेरिएंट के कारण हैं ।
जीन एन्कोडिंग स्पाइक प्रोटीन (gene encoding spike protein) में एक D614G प्रतिस्थापन के साथ एक सार्स-CoV-2 (SARS-CoV-2) संस्करण पिछले साल फरवरी के अंत में देर से उभरा । हालांकि, कुछ महीनों की अवधि में चीन मे पहली बार पाया गया कोरोनावायरस की जगह D614G उत्परिवर्तन ( D614G mutation) आ गया। अध्ययनों से पता चला है कि प्रारंभिक वायरस की तुलना मे D614G ने संक्रमण और संचरण में वृद्धि की है।
अगस्त और सितंबर में ‘क्लस्टर 5’ डेनमार्क में पाया गया। दिसंबर में यूके सरकार ने एक वैरिएंट की सूचना दी थी, जिसे सार्स-सीओवी-2 वीओसी 202012/01 ( SARS-CoV-2 VOC 202012/01) कहा गया। यह संस्करण सार्स-सीओवी-2 वायरस से संबंधित नहीं है जो उस समय पहले से ही ब्रिटेन में घूम रहा था । यह स्पष्ट नहीं है कि कैसे और कहां से सार्स-CoV-2 VOC 202012/01 की उत्पत्ति हुई । सार्स-सीओवी-2 वीओसी 202012/01 संस्करण अब डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों में से पांच में 31 देशों/क्षेत्रों/क्षेत्रों में सूचित किया गया है ।
दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका ने देश के तीन प्रांतों में तेजी से फैल रहे एक और संस्करण (Variant) का पता चलने की घोषणा की थी । इस वैरिएंट को N501Y नाम दिया गया है। V2. “जबकि सार्स-CoV-2 VOC 202012/01 ब्रिटेन से भी N501Y उत्परिवर्तन किया है, फिलोजेनेटिक विश्लेषण से पता चला है कि 501Y दक्षिण अफ्रीका से V2 अलग वायरस वेरिएंट हैं । चार अन्य देशों ने इस वैरिएंट की सूचना दी है।
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