उज्जैन। नगर निगम और महिला बाल विकास की संयुक्त टीम सुबह और शाम को धार्मिक क्षेत्रों में घूम कर भिखारियों के नाम पत्र एवं अन्य सर्वे दर्ज कर रही है 1 सप्ताह बाद इसकी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी। महाकाल मंदिर सहित उज्जैन के अन्य मंदिरों और ट्रैफिक पाइंट पर बड़ी संख्या में भिखारियों का जमघट लगा रहता है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री ने इन सब के पुनर्वास के निर्देश कलेक्टर को दिए थे। इसी कड़ी में अब काम शुरू हो गया है। नगर निगम और महिला बाल विकास के संयुक्त 4 टीम नगर पालिका निगम के एक तो 1956 के अनुसार भिखारियों पर रोक चौक और उनका पुनर्वास के मामले में काम शुरू हो चुका है। नगर निगम और महिला बाल विकास ने एक प्रोफार्मा तैयार किया गया है।
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