कोलकाता । तृणमूल कांग्रेस के सांसद (Trinamool Congress MP) अभिषेक बनर्जी के काफिले पर (On Abhishek Banerjee’s Convoy) हमले के सिलसिले में (In Connection with the Attack) चार लोगों को गिरफ्तार किया गया (Four People were Arrested) । कथित तौर पर अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग कर रहे कुर्मी समुदाय के प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा उनके काफिले पर हमला किया गया था । पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान का खुलासा नहीं किया है।
संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम, 1984 के तहत आरोप तय किए गए थे, क्योंकि शुक्रवार शाम को हुए हमले के दौरान पश्चिम बंगाल के मंत्री बीरबाहा हांसदा के वाहन का पिछला शीशा पूरी तरह से टूट गया था। यह हमला तब हुआ जब उनका काफिला आदिवासी बहुल पश्चिमी मिदनापुर जिले के सालबोनी इलाके से गुजर रहा था।
इस बीच, अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है कि उनके काफिले पर हमले के दौरान उन्होंने जय श्री राम का नारा सुना। उन्होंने कहा, मैं इस मामले में अगले 48 घंटों के भीतर कुर्मी समुदाय के नेताओं से बयान मांगता हूं। अन्यथा मैं मानूंगा कि वे हमले में शामिल थे।
हमले के तुरंत बाद, अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से घटना के बारे में विस्तार से बात की। मुख्यमंत्री ने तुरंत राज्य के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी और राज्य के पुलिस महानिदेशक को मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इस बीच, हांसदा ने आरोप लगाया कि भाजपा और माकपा जैसी विपक्षी पार्टियां कुर्मी प्रदर्शनकारियों को भड़का रही हैं। हांसदा ने कहा, तृणमूल कांग्रेस ने कुर्मी समुदाय की अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग का कभी विरोध नहीं किया। फिर हमारे काफिले पर हमला क्यों किया गया। यह किसी जाति आंदोलन का स्वभाव नहीं हो सकता।
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